नई दिल्ली: वर्ल्ड रेसलिंग चैम्पियनशिप में भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया ने कांस्य पदक जीत लिया है। उन्होंने शुक्रवार को वर्ल्ड रेसलिंग चैम्पियनशिप के 65 किलोग्राम भारवर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया है। वीरवार सेमीफाइनल में विवादित हार के बाद बजरंग ने कांस्य पदक के मुकाबले में मंगोलिया के तुल्गा ओचिर को 8-7 से मात दी। बजरंग की शुरुआत अच्छी नहीं रही और वे 6-0 से पीछे थे लेकिन उसके बाद वापसी करते हुए उन्होंने मैच जीत लिया।
6-0 से पिछड़ने के बाद बजरंग ने हालांकि दो अंक लेकर स्कोर 6-2 कर लिया। इसके बाद से बजरंग ने लगातार बढ़त हासिल कर ली और यह एक और पदक अपने करियर में झटक लिया। बजरंग पहले ही ओलंपिक कोटा हासिल कर चुके हैं। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के साथ ही यह कोटा हासिल किया। उनके गुरु योगेश्वर दत इससे बेहद खुश नजर आए हैं। बता दें कि बुधवार को विनेश फोगाट टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए क्वालिफाई करने वाली पहली भारतीय पहलवान बनी थीं।
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यह बजरंग के करियर में तीसरा वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल है और बजरंंग ने 2013 में भी कांस्य मेडल अपने नाम किया था लेकिन तब वह 60 किलोग्राम भारवर्ग में खेलते थे। 65 किलोग्राम भारवर्ग में हरियाणा के इस धुरंधर पहलवान ने अपना पहला पदक (रजत) पिछले साल 2018 में जीता था।
इससे पहले बजरंग को गुरुवार में सेमीफाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। उन्होने 65 किलोग्राम भार वर्ग में दौलत नियाजबेकोव से हार मिली, लेकिन इस मैच में जो खराब अंपारिंग हुई उसने नया विवाद खड़ा कर दिया है। खराब अंपायरिंग के चलते पूनिया जीता हुआ मैच हार गए जिससे वह खुद निराश दिखे। पूनिया और नियाजबेकोव के बीच यह मुकाबला 6 मिनट तक चला जो 9-9 अंक के साथ बराबरी पर छूटा। पर फिर अंपायर ने एक बार में सर्वाधिक चार अंक बनाने वाले नियाजबेकोव को विजयी घोषित कर दिया।