पहले बार एक दूसरे से इस तरह की बातें-
इस दौरान दोनों ने मजेदार बातें की जिनमें सबसे मजेदार उनकी बचपन की यादों को लेकर की गई चर्चा थी। उस समय उनके पास उन औपचारिक सुविधाओं का अभाव था, जो आज नए खिलाड़ियों तक पहुंच चुकी है। राफा ने कहा कि कैसे उनके माता-पिता अपने बहुत ही मुश्किल से वे सब चीजें कर पाते थे ताकि नडाल को अपने कार्यक्रम के साथ खुद को बनाए रखने में मदद मिल सके।
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दीवार से टकराकर अपने दिन गुजार रहे हैं फेडरर-
लॉकडाउन में रोजर फेडरर बता रहे थे कि कैसे वह दीवार से टकराकर अपने दिन गुजार रहे हैं। यह स्पष्ट रूप से फेडरर के लिए एक बोरियत का समय है, वे एक बच्चे के रूप में ऐसा करते थे। फेडरर राफा से उनके बचपन के बारे में जानना चाहते थे। बातचीत में पता चला कि भले ही आज नडाल की अपनी अकादमी है, लेकिन बचपन में ऐसा नहीं था। बहुत सारी सुविधाएं उनके पास नहीं थी।
'आजकल मैं भी एक टैक्सी ड्राइवर हूं'
रोजर ने पूछा, "बचपन में आपके पास अकादमी सेट अप कैसा था, क्या यह सरल था यह एक अच्छा था या यह एक आदर्श था," इस पर राफेल नडाल ने कहा, "मैं भाग्यशाली था, मेरे माता-पिता एक टैक्सी (जो अपने बच्चे की जरूरत के लिए टैक्सी की तरह हर समय दौड़ते रहते थे) की तरह थे"
इस पर फेडरर ने मजेदार जवाब दिया , "ओह अच्छा , आजकल मैं भी एक टैक्सी ड्राइवर हूं। "
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नडाल ने किया बचपन को याद-
इस पर नडाल कहते हैं, "तो आप जानते हैं कि चीजें कैसे काम करती हैं, मैं स्कूल में था, मैं फुटबॉल खेल रहा था, मैं टेनिस खेल रहा था। आज ऐसा नहीं था जहां सब कुछ एक साथ हो और चीजें आसान हों। "
नडाल ने बताया कि कैसे अलग जगहों पर सब कुछ था। सुबह स्कूल हुआ और उसके बाद फुटबॉल और टेनिस की कक्षाएं हुईं। उनके माता-पिता ने उन्हें सही समय पर सही जगह दिलाने में अहम भूमिका निभाई।