नई दिल्ली। डेविसकप में हिस्सा लेने के लिए भारतीय टीम के पाकिस्तान जाने की पुष्टि हो गई है। 55 साल में पहली बार कोई भारतीय टीम पाकिस्तान खेलने जा रही है। इस बात की पुष्टि ऑल इंडिया टेनिस असोसिएशन के सेक्रटरी हिरनमय चटर्जी ने की है। उन्होंने कहा कि डेविस कप के लिए भारतीय टीम के पाकिस्तान जएगी। चटर्जी ने बताया कि यह टेनिस के विश्वकप जैसा है, यह द्विपक्षीय सीरीज नहीं है, लिहाजा इसका प्रतिरोध नहीं हो सकता है। यह अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम है और हमे ओलंपिक के नियमों का पालन करना होगा।
भारतीय टेनिस टीम 1964 के बाद पहली बार पाकिस्तान में डेविस कप के मुकाबले खेलेगी। एशिया-ओसनिया ग्रुप-आई के मुकाबले 14 और 15 सितंबर को इस्लामाबाद में ग्रास कोर्ट पर खेले जाएंगे। भारतीय टीम ने 55 साल पहले पाकिस्तान को लाहौर में 4-0 से हराया था। इसके बाद दोनों टीमों के बीच 2006 में मुकाबला हुआ। तब मुंबई में भारतीय टीम 5-2 से जीती थी। भारत का डेविस कप में पाक के खिलाफ रिकॉर्ड 6-0 है।
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बता दें कि पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज के लिए खेलों की नीति पूरी तरह से भारत सरकार के रूख से संचालित होती रही है। दोनों देशों के बीच लंबे समय से कोई भी क्रिकेट द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जाती है। भारत ने पाकिस्तान में अपनी अंतिम सीरीज जहां 2005-06 में खेली थी तो वहीं पाकिस्तान ने भारत में अंतिम द्विपक्षीय सीरीज 2012-13 में खेली थी। तब से लेकर अब तक ये दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ केवल आईसीसी इवेंट और एशिया कप में ही खेलते हैं।
ऐसे में बीसीसीआई के एक अधिकारी ने सरकार के रवैयै पर सवाल उठाते हुए कहा था कि अगर सरकार की नीति पाकिस्तान को लेकर बदल रही है तो फिर मापदंड सभी खेलों के लिए एक जैसे होने चाहिए। अगर हम पाकिस्तान के खिलाफ टेनिस खेल सकते हैं तो फिर क्रिकेट के लिए भी मापदंड स्पष्ट होने चाहिए।