नई दिल्लीः टेनिस की दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच के लिए ऑस्ट्रेलिया ओपन खेलना एक अजीब मुसीबत का कारण बनता जा रहा है। जोकोविच इस प्रतियोगिता को खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुके हैं लेकिन उनका वीजा कैंसिल हो चुका है और अब वे ऑस्ट्रेलियन ओपन खेलने के अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए जूझ रहे हैं। जोकोविच की ऑस्ट्रेलिया में एंट्री भी रोक दी गई है क्योंकि गुरुवार को उन्हें मेलबर्न एयरपोर्ट पर 9 घंटे तक रोका गया।
दरअसल सर्बिया के इस खिलाड़ी ने घोषित किया था कि वह इस प्रतियोगिता में खेलने के लिए मेडिकल छूट लेकर आए हैं। बता दें कि जोकोविच ने यह टूर्नामेंट रिकॉर्ड 9 बार जीता है।
ये मेडिकल छूट इस तरह की है जिसके चलते जोकोविच का ऑस्ट्रेलिया आना तय हो गया, जबकि उनको यह बताने की जरूरत नहीं पड़ी की उन्होंने कोविड वैक्सीन लगवाई है या फिर नहीं। अभी भी जोकोविच ने यह नहीं बताया है कि वैक्सीन ले चुके हैं या नहीं।
रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया सरकार ने जोकोविच का वीजा भी रद्द कर दिया है। बताया गया है कि वीजा के आवेदन में कुछ गलतियां थी।
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इस मामले पर आगे पेचीदगी इसलिए भी बढ़ गई क्योंकि स्टेट ऑफ विक्टोरिया के एक्टिंग स्पोर्ट्स मिनिस्टर ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि जोकोविच के वीजा को लेकर दिया गया आवेदन सपोर्ट नहीं किया जाएगा।
ऑस्ट्रेलियन बॉर्डर फोर्स ने भी यह जानकारी दी है कि जोकोविच को देश छोड़ने के लिए कहा गया है। फोर्स ने आधिकारिक बयान में बताया कि जोकोविच ऑस्ट्रेलिया में रुकने के लिए जरूरी मानदंड को पूरा करने में नाकाम रहे हैं इसलिए उनका वीजा कैंसिल कर दिया गया है। हालांकि खिलाड़ी की लीग टीम का कहना है कि वह इस फैसले को चुनौती देगी।
ऑस्ट्रेलिया के गैर नागरिकों के पास अगर देश में प्रवेश करते समय वैध वीजा नहीं है या फिर उनका वीजा कैंसिल हो चुका है तो फिर उनको वापस भेज दिया जाएगा।
जोकोविच ने पिता ने इन सब चीजों पर चिंता जताई है और बताया है कि उनके बेटे के साथ सही सलूक नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बी92 इंटरनेट पोर्टल पर बताया, नोवाक इस समय एक कमरे में हैं जहां पर कोई अंदर नहीं जा सकता। कमरे के बाहर दो पुलिसमैन मौजूद हैं।
उन्होंने रसियन न्यूज एजेंसी स्पूतनिक से भी बात की और कहा कि, पता नहीं क्या हो रहा है, मेरे बेटे को पांच घंटे तक बंदी बनाकर रखा गया। यह केवल मेरे बेटे की जंग नहीं है बल्कि पूरे दुनिया की लड़ाई है।
जोकोविच को ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री भी दो टूक कह चुके हैं कि खिलाड़ी अगर मेडिकल छूट के कारणों का उल्लेख करने में विफल रहा है तो अगली फ्लाईट से उसको वापस घर भेज दिया जाएगा।
इसी बीच पता चला है कि एटीपी वर्ल्ड ऑस्ट्रेलियन सरकार के फैसले के खिलाफ कानूनी रोकथाम की उम्मीद कर रहा है। ऑस्ट्रेलियाई ओपन 17 जनवरी से शुरू होकर 30 जनवरी तक समाप्त होगा। आयोजकों ने बताया था कि पूरी तरह से वैक्सीन ले चुके खिलाड़ी या फिर मेडिकल छूट के तहत खेल रहे खिलाड़ियों को ही प्रतियोगिता में भाग लेने की छूट होगी।