नई दिल्ली। टेनिस की दुनिया महानतम खिलाड़ियों में शुमार स्विस प्लेयर रोजर फेडरर ने रविवार को फ्रेंच ओपन से अपना नाम वापस ले लिया है। रोजर फेडरर ने इस बात की जानकारी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया से की, जिसमें उन्होंने साफ किया कि फ्रेंच ओपन के चौथे राउंड में पहुंचने के बावजूद वह इसमें खेलना जारी नहीं रख सकते। फेडरर ने बताया कि वह विंबलडन के 9वें खिताब को जीतने की ख्वाहिश रखते हैं और इसी पर अपना सारा ध्यान लगाना चाहते हैं जिसके लिये वह फ्रेंच ओपन से अपना नाम वापस ले रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि अगले 2 महीने में 40 वर्ष पूरा करने वाले रोजर फेडरर ने अपने करियर के दौरान 20 ग्रैंड स्लैम जीतने का कारनामा किया है। रोजर फेडरर ने फ्रेंच ओपन के अंतिम 16 में जगह बनाने के लिये रविवार को लगभग साढ़े तीन घंटे तक मुकाबला किया जिसके बाद उन्होंने 59वीं रैंक पर काबिज डॉमिनकि किफर को 7-6 (7/5), 6-7 (3/7), 7-6 (7/4), 7-5 की स्कोर लाइन से हराने का काम किया।
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जीत के बाद रोजर फेडरर ने टूर्नामेंट से नाम वापस लेने का ऐलान करते हुए कहा कि अपनी टीम के साथ की गई लंबी चर्चा के बाद मैंने फ्रेंच ओपन में आगे जारी न रखने का फैसला किया है। रोजर फेडरर को फ्रेंच ओपन के जारी टूर्नामेंट में सोमवार को मैटेओ ब्रैटिनी के साथ क्वार्टरफाइनल मुकाबला खेलना था लेकिन फेडरर के नाम वापस लेने के बाद ब्रैटिनी सेमीफाइनल में पहुंच गये हैं।
उन्होंने लिखा,'घुटने की दो सर्जरी और एक साल से ज्यादा के रिहैब के बाद यह जरूरी है कि मैं अपने शरीर की बात सुनूं और इतना ज्यादा पुश न करूं कि रिकवरी मुश्किल हो जाये। मैं खुश हूं कि मैंने अपने करियर में 3 और मैच जीतने का काम किया और कोर्ट में वापस आने से बेहतर कोई दूसरी अच्छी फीलिंग नहीं हो सकती।'
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गौरतलब है कि रोजर फेडरर को पिछले साल 2 बार घुटनों की सर्जरी करानी पड़ी थी और अस्पताल में भर्ती होने के बाद इस बात पर भी संशय बना हुआ था कि क्या वो फिर कभी वापसी कर सकेंगे या नहीं। फेडरर पिछले साल खेले गये ऑस्ट्रेलियन ओपन के बाद अपना तीसरा ही टूर्नामेंट खेल रहे थे। फेडरर 28 जून से शुरू होने वाले विंबलडन में हिस्सा लेंगे जहां पर उनका आखिरी लक्ष्य विंबलडन का नौंवा खिताब जीतना है। आपको बता दें कि रोजर फेडरर के करियर के लिये विंबलडन को आखिरी टूर्नामेंट माना जा रहा है जिसके बाद कोर्ट को हमेशा के लिये अलविदा कह सकते हैं।