नई दिल्लीः भारत के टेनिस दिग्गज अख्तर अली का निधन रविवार को कोलकाता में हो गया। वे 81 साल के थे। उनके निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी ने शोक व्यक्त किया है।
अख्तर भारत की डेविस कप टीम का हिस्सा लेट 1950 से 1960 के दशक के मध्य तक रहे। अली का इस प्रतियोगिता में 9-2 जीत का रिकॉर्ड है। वह सिंगल और डबल्स दोनों खेलों में महारथी थे। उन्होंने करियर में रामनाथन कृष्णन, नरेश कुमार, प्रेमजीत लाल और जयदीप मुखर्जी जैसे खिलाड़ियों के साथ खेला।
1955 में अली ने जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप को जीता था और जूनियर विंबलडन के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
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उनके निधन पर वेस्ट बंगाल की सीएम ममता बेनर्जी ने कहा-
"अख्तर अली के निधन की खबर सुनकर दुख पहुंचा है, वे एक सच्चे टेनिस दिग्गज थे। अख्तर अली ने कई भारतीय टेनिस चैम्पियनों को कोचिंग दी। हमने उनको बंगाल का सर्वोच्च खेल अवॉर्ड साल 2015 में दिया था। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना।"
अख्तर अली ने संन्यास लेने के बाद भारतीय टेनिस में अपना योगदान देना जारी रखा था। उन्होंने विजय अमृतराज, लिएंडर पेस जैसे धुरंधरों का मार्गदर्शन किया। यहां तक की उन्होंने सानिया मिर्जा को भी उनके करियर की शुरुआत में गाइड किया था। उनके बेटे जीशान अली एक पूर्व नेशनल चैम्पियन हैं और वे भारतीय डेविस कप टीम में कोच भी हैं।