वहीं रविवार को होने वाले पुरुषों के फ़ाइनल मैच में रॉजर फ़ेडरर और स्वीडन के रॉबिन सोडरलिंग ने जगह पक्की कर ली है.
पुरुष वर्ग में डबल्स के फ़ाइनल मुकाबले में भारत के लिएंडर पेस और उनके जोड़ीदार लूकस ड्लूही की टक्कर वेसले मूडी और डिक नॉर्मेन के साथ होगी.
पेस डबल्स वर्ग में फ़्रेंच ओपन खिताब दो बार जीत चुके हैं-1999 और 2001 में. दोनों बार उन्होंने महेश भूपति के साथ मिलकर ये ख़िताब जीता था.
वहीं महिलाओं के वर्ग में फ़ाइनल मैच रूस की दो खिलाड़ियों के बीच होगा-पहली वरीयता प्राप्त दिनारा सफ़ीना और सातवें नंबर की खिलाड़ी स्वेत्लाना कुज़्नेत्सोवा.
23 वर्षीय सफ़ीना शनिवार को अपनी पहली ग्रैंड स्लैम प्रतियोगिता जीतने की कोशिश करेंगी. वो पिछली बार फ़्रेंच ओपन के फ़ाइनल में हार गई थीं.
वहीं कुज़्नेत्सोवा 2006 में फ़्रेंच ओपन के फ़ाइनल में जस्टिन हेना हार्डिन से हारी थीं.
फ़ेडरर फ़ाइनल में
उधर पुरुषों के एकल मुकाबलों के फ़ाइनल में रॉजर फ़ेडरर की भिडंत स्वीडन के रॉबिन सोडरलिंग से होगी.
दूसरे नंबर के खिलाड़ी रॉजर फ़ेडरर ने सेमीफ़ाइनल में एक संघर्षपूर्ण मैच में युआन मार्टिन डेल पोत्रो को 3-6, 7-6 (7-2) 2-6, 6-1, 6-4 से हराया.
पहले तीन सेटों में फ़ेडरर के प्रतिद्वंदी उन पर हावी रहे लेकिन आख़िरी दो सेटों में फे़डरर ने वापसी करते हुए मैच जीत लिया.
इससे पहले सेमीफ़ाइनल में फ़ेडरर ने गाएल मोन्फ़िल्स को सीधे सेटों में 7-6, 6-2, 6-4 से हराया था.
27 वर्षीय फ़ेडरर हर ग्रैंड स्लैम प्रतियोगता कम से कम एक बार जीतने वाले खिलाड़ियों में शामिल होना चाहते हैं. उनकी लिस्ट से सिर्फ़ फ्रेंच ओपन ही ग़ायब है. अगर वे जीतते हैं तो ऐसा करने वाले वे छठे पुरुष खिलाड़ी होंगे.
पिछले कई सालों से रफ़ाएल नडाल फ़ाइनल में उनकी राह रोकते आए हैं लेकिन इस बार नडाल पहले ही बाहर हो चुके हैं और फ़ेडरर के पास ख़िताब जीतने का सुनहरा मौका है.
अगर फ़ेडरर ये प्रतियोगिता जीत लेते हैं तो वे कुल 14 ग्रैंड स्लैम जीतने के पीट सैंप्रास के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे.
साथ ही ग्रैंड स्लैम प्रतियोगिताओं में 19 फ़ाइनल खेलने के इवान लैंडल के रिकॉर्ड की भी वे बराबरी करेंगे.
उधर स्वीडन के 23वीं वरीयता वाले रॉबिन सोडरलिंग ने फ़र्नोंडो गोंज़ालिज़ को हराकर फ़ाइनल में प्रवेश किया. उन्होंने ये रोमांचक मैच 6-3, 7-5, 5-7, 4-6, 6-4 से जीता.