नई दिल्लीः 18 वर्षीय एम्मा रादुकानू शनिवार को यूएस ओपन में जीतकर ग्रैंड स्लैम एकल खिताब जीतने वाली पहली क्वालीफायर बन गईं। राडुकानु 44 साल में ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाली पहली ब्रिटिश महिला भी बनीं। उन्होंने 6-4, 6-3 से महिला एकल फाइनल में 19 वर्षीय लेयला फर्नांडीज को हराकर इतिहास रच दिया है।
2004 में विंबलडन में मारिया शारापोवा के बाद एम्मा राडुकानू सबसे कम उम्र की ग्रैंड स्लैम चैंपियन भी बनीं।
यह यूएस ओपन फाइनल में पहली बार खेलनी वाले दो खिलाड़ियों की तरह नहीं लग रहा था क्योंकि दोनों किशोरियों के खेल में गुणवत्ता में कोई कमी नहीं थी।
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एम्मा रादुकानू ने अहम मौकों पर खुद पर काबू बनाए रखा और एक शानदार जीत हासिल की। किसी को भी यकीन नहीं था ऐसा कुछ होगा क्योंकि ब्रिटिश किशोरी ने यूएस ओपन में वर्ल्ड नंबर 150 के रूप में प्रवेश किया था। उसने अपने दूसरे ग्रैंड स्लैम मुख्य ड्रॉ में प्रवेश करने से पहले 3 क्वालीफाइंग मैच जीते।
अंत में रादुकानू ने बिना कोई सेट गंवाए यूएस ओपन महिला सिंगल का खिताब अपने नाम कर लिया।
न्यूयॉर्क में 3 सप्ताह तक चली अपनी ड्रीम आउटिंग के बाद राडुकानू वर्ल्ड नंबर 24 पर पहुंचेंगी।
फाइनल मुकाबले की स्कोरलाइन (6-4, 6-3) निश्चित रूप से उस गुणवत्ता के साथ न्याय नहीं करती है जो महिला एकल फाइनल में दिखी। संकट के क्षणों में एम्मा राडुकानू के संयम ने दिखाया कि वह भविष्य में इन बड़े मैचों में कई बार शामिल होने जा रही है।
उनकी मानसिक दृढ़ता पर सवाल उठाया गया था जब वह अपने पहले ग्रेंड स्लैम विंबलडन में चौथे दौर से रिटायर हुई, लेकिन उन्होंने यूएस ओपन में अपने विरोधियों को जवाब दिया।
हर बार, उस पर दबाव डाला गया, रादुकानु ने उन विजेताओं को खोजने की अविश्वसनीय क्षमता दिखाई।
न्यूयॉर्क में एम्मा राडुकानु के इन 3 हफ्तों का खेल के इतिहास में एक विशेष स्थान होने जा रहा है। रादुकानु और फर्नांडीज की कहानियां इस समय महिला सिंगल्स में प्रतिभा की गहराई को ही दर्शाती हैं।