फुजू (चीन)| भारत के लिए 16 नवंबर साल 2014 का दिन ऐतिहासिक हो गया है क्योंकि इस दिन भारत के दो बच्चों ने देश के अपने खेल से विश्वपटल पर इतराने का मौका दिया है। जी हां हम बात कर रहे हैं बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल और के श्रीकांत की जिन्होंने अपने-अपने वर्ग में चाइना ओपेन का सिंगल्स खिताब जीता है।
अपनी जीत के बारे में बात करते हुए सायना ने कहा कि वो इसे जीवन में कभी भी नहीं भूल सकती अकाने ने सुन यू और बेई यीओन जुन को जिस तरह हराया था उसे देखकर मैं आश्चर्यचकित थी। लगातार तीन मैचों में तीन चीनी खिलाड़ियों को हराने के बारे में मैं सोच भी नहीं सकती थी। मैं इस खिताब को जीवन भर याद रखूंगी। इस जीत के लिए मैं अपने कोच गोपीचंद का दिल से धन्यवाद देती हूं जिनकी सिखाये टिप्स मेरी जीत का कारण बनें।
दोहरी खुशी: सायना और श्रीकांत दोनों ने जीता चाइना ओपन खिताब
मालूम हो कि पांचवीं विश्व वरीयता प्राप्त सायना ने रविवार को टूर्नामेंट के महिला एकल वर्ग में जापान की अकाने यामागुची को 21-12, 22-20 से हराकर खिताब पर कब्जा जमाया।
तो वहीं पुरूष एकल खिताब भारत के होनहार बेटे श्रीकांत ने अपने नाम किया है। अपना पहला सिंगल्स खिताब जीतने वाले श्रीकांत ने भी अपनी जीत का श्रेय अपने कोच पुलेला गोपीचंद को दिया है। श्रीकांत ने अपनी जीत को गोपीचंद को उनके 41वें जन्मदिन पर उपहार के रूप में समर्पित किया है।
मैच के बाद श्रीकांत ने कहा, "लिन डैन को फाइनल में हराना सपने के सच होने जैसा है। मैंने अपनी पूरी क्षमता से खेला क्योंकि मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं था। आज मेरे कोच गोपीचंद का जन्मदिन है, इसलिए यह खिताबी जीत मेरी तरफ से उन्हें उपहार है। मेरी जीत का सारा श्रेय गोपीचंद को ही जाता है।
चाइना ओपन सुपर सीरीज के महिला सिंगल का खिताब सायना के नाम
अपने शिष्यों के मुख से अपने लिए यब बातें सुनकर निश्चित तौर पर कोच पुलेला गोपीचंद का सीना गर्व से चौड़ा और आंखे छलछला उठी होंगी। भारत के दोनों होनहार बच्चों को देश के पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी ट्विटर के जरिये बधाई दी है औऱ कहा है कि पूरे देश को सायना और श्रीकांत पर गर्व है।
A wonderful day for Indian badminton! Congrats to @NSaina & K Srikanth for the victories at the China Open Super Series Badminton Tournament
— Narendra Modi (@narendramodi) November 16, 2014