वैसे तो साउथ अफ्रीका के कप्तान एबी डीवीलियर्स जुबान से कम बल्ले से ज्यादा जवाब देते हैं लेकिन इंग्लैंड के साथ एक मैच में उन्हें गुस्सा आ गया। दरअसल चैंपियंस ट्रॉफी से पहले इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज खेली जा रही है। इसी सीरीज के दूसरे मैच में इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका को 2 रनों से हराकर सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त हासिल कर ली है। इसी मैच में साउथ अफ्रीका की टीम पर बॉल टेम्परिंग का आरोप लगा तो प्रोटीज कैप्टन भड़क गए।
दरअसल इंग्लैंड की पारी के दौौरान 33वें ओवर में अंपायरों ने देखा कि गेंद की कंडीशन बदली हुई है। अंपायर इसके लिए अफ्रीकी टीम को दोषी मान रहे थे। हालांकि दक्षिण अफ्रीका के कप्तान के साथ लंबी चर्चा के बाद अंपायरों ने गेंद को नहीं बदलने का फैसला किया। बॉल टेम्परिंग प्रोटोकॉल के तहत अगर गेंद अपेक्षाकृत सही नहीं है तो अंपायरों को पहले मैदान पर कप्तान से बात करने की आवश्यकता होती है। और अगर अंपायरों को बॉल टेम्परिंग करने पर संदेह होता है तो गेंद को बदल दिया जाता है।
इसके बाद उस टीम के कप्तान को मैच रेफरी के समक्ष पेश होना होता है। हालांकि इस बार अंपायरों ने कार्रवाई करने से पीछे हटते हुए डीविलियर्स की टीम के उस तर्क को माना जिसमें उन्होंने अपनी टीम का बचाव करते हुए कहा था कि वे केवल नियम के मुताबिक गेंद का इस्तेमाल कर रहे थे।
आपको बता दें कि इससे लगभग छह महीने पहले दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट कप्तान फॉफ डु प्लेसिस को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच के दौरान गेंद के साथ खिलवाड़ करने के चलते मैच फीस पर जुर्माना लगा था। डीविलियर्स ने कहा, "अंपायरों ने महसूस किया कि गेंद की स्थिति एक तरह से बदल गई है जिससे मुझे लगा कि अंपायर इसके लिए हमारी टीम को जिम्मेदार मान रहे हैं। मैं इसके बारे में काफी परेशान था। मैंने ईमानदारी से अंपायरों को बताया कि हमने गेंद की कंडीशन के साथ कुछ भी नहीं किया। मुझे लगता है कि ये कोकबुर्रा की एक खराब गेंद थी। हालांकि अंपायर मेरी बात से सहमत नहीं हुए। हालांकि हम पर कोई जुर्माना नहीं लगा है इसका मतलब हम निर्दोष हैं।"
आपको बता दें कि सीरीज का आखिरी मैच सोमवार को लॉर्ड्स में खेला जाएगा जहां अफ्रीका सीरीज को सम्मानजनक रूप के समाप्त करना चाहेगी।