नई दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से क्रिकेट फैन्स और दर्शक लगातार अपने भविष्य को लेकर चिंता में बिता रहे हैं, हालांकि बुधवार को तालिबान ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड को राहत भरी खबर देते हुए अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने की इजाजत दी है। तालिबान ने अफगानिस्तान में कब्जे के बाद से पहला टेस्ट क्रिकेट खेलने की इजाजत देते हुए अंतर्राष्ट्रीय मैचों को फिर से शुरू करने की ओर कदम बढ़ा दिया है। तालिबान ने साफ किया है नये इस्लामिक नियमों के तहत अफगानिस्तान में क्रिकेट जारी रखने का फैसला किया है।
न्यूज एजेंसी एएफपी से बात करते हुए अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड की सीईओ हामिद शिनवारी ने कहा,' हमें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम भेजने के लिय मंजूरी मिल गई है।'
उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान में तालिबान साल 2001 से पहले भी सत्ता में काबिज था जिसके बाद ज्यादातर मनोरंजन की चीजों पर बैन लगा दिया गया है जिसमें ज्यादातर खेल भी शामिल है, इस दौरान स्टेडियम का इस्तेमाल आम जनता को फांसी देने के लिये किया जाता था।
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हालांकि कट्टरवादी इस्लामिक संगठन क्रिकेट के आयोजन को लेकर कोई बुरा नहीं मानते हैं। उल्लेखनीय है कि तालिबान लड़ाकों में क्रिकेट काफी पसंद भी किया जाता है। वहीं तालिबान के दोबारा सत्ता पर काबिज होने के बाद पहले से कम सख्त इस्लामिक कानून लागू करने का वादा किया है। तालिबान ने पिछले महीने काबुल पर कब्जा किया था।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक टेस्ट मैच की सीरीज खेली जानी है, जिसका आयोजन 27 नवंबर से एक दिसंबर के बीच किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि इस टेस्ट मैच का आयोजन पिछले साल किया जाना था लेकिन अंतर्राष्ट्रीय ट्रैवल पाबंदियों के चलते इसका आयोजन नहीं किया जा सका।
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आपको बता दें कि अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के लिये यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट खेला जायेगा। ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले अफगानिस्तान की टीम को यूएई में खेले जाने वाले टी20 विश्वकप का भी हिस्सा बनना है, जिसका आगाज 17 अक्टूर से होगा और 15 नवंबर को फाइनल खेला जायेगा।
एसीबी के सीईओ ने इससे पहले इस बात की पुष्टि की थी के इस महीने के अंत में अफगानिस्तान की अंडर-19 टीम बांग्लादेश के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज खेलने जायेगी। उल्लेखनीय है कि अमेरिका और नाटो सेनाओं के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद तालिबान ने पिछले महीने काबुल पर कब्जा जमा लिया है, जिसके बाद से ही खेल से जुड़े अफगानिस्तान के तमाम खिलाड़ी और क्रिकेटर्स के बीच डर का माहौल बना हुआ है। खिलाड़ियों के बीच अपने करियर के साथ ही परिवार की जान-माल का भी डर बना हुआ है। इस बीच अधिकारियों ने साफ किया है कि तालिबान ने अन्य खेलों पर फैसला नहीं लिया है लेकिन क्रिकेट को उसकी इजाजत है।