जिंदगी भर नहीं भूल पाऊंगा
जीत के बाद यशस्वी ने कहा, ''यह मेरे लिए एक सपना था जो अब पूरा हो गया है। मैने जो आज अपने देश के लिए किया है उससे खुश हूं। मैं इसके अब शब्दों में बयां नहीं कर सकता। मैं इस दिन को जिंदगी भर नहीं भूल पाऊंगा कि मैने विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ शतक लगाया था। भविष्य के लिए मुझे अभी इससे अधिक मेहनत करने की जरूरत है।''
फाइनल के लिए हैं तैयार
यशस्वी ने दिव्यांग सक्सेना के साथ मिलकर 10 विकेट से जीत दिलाई। सक्सेना ने नाबाद 59 रन बनाए। साझेदारी को लेकर यशस्वी ने कहा, ''हम दोनों इस बात को लेकर चर्चा कर रहे थे कि हमें लंबा खेलने के लिए क्रीज पर टिकने की जरूरत है। उनके गेंदबाज अच्छा प्रयास कर रहे थे लेकिन हम उनकी लय बिगाड़ने के लिए तैयारी कर चुके थे।" उन्होंने आगे कहा कि वह अपने पूरी टीम मैनेजमेंट व प्रशंसकों का शुक्रिया करते हैं जिन्होंने सपोर्ट किया। साथ ही उन्होंने कहा कि अब उनकी टीम फाइनल में बेहतर प्रदर्शन करने की पूरी कोशिश करेगी।
पांचवी बार चैंपियन बनने का माैका
बता दें कि पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामे 173 रनों का लक्ष्य रखा था जिसे भारत ने ओपनर यशवसी जसवाल के शतक की बताैलत 35.2 ही ओवर में 10 विकेट रहते आसान जीत हासिल कर ली। भारत के पास अब पांचवा खिताब जीतने का माैका रहेगा। फाइनल मुकाबला 9 फरवरी को होगा।