जिंक्स को मिला 'जीवनदान'
विंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में रहाणे ने दोनों पारियों में शानदार खेल दिखाया। पहली पारी में उन्होंने 81 रनों की पारी खेली और दूसरी पारी में शानदार शतक जड़ा और 102 रन बनाए। दोनों पारियों में जब भारतीय टीम के विकेट जल्दी-जल्दी गिर गए तब रहाणे ने एक ओर से पारी को संभाले रखा और विंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में 318 रनों से मिली जीत में बड़ी भूमिका निभाई। रहाणे को इस मैच जिताऊ पारी के लिए मैन ऑफ द मैच का अवार्ड मिला और टेस्ट क्रिकेट में शायद उनके लिए यह नया 'जीवनदान' भी था।
आलोचना से कैसे निकले रहाणे
मैच खत्म होने के बाद रोहित शर्मा ने रहाणे का इंटरव्यू लिया जिसमें उन्होंने बताया कि वो आलोचनाओं का सामना करते हुए कैसे इससे बाहर निकले। रोहित ने सवाल करते हुए पूछा काफी लोग बात कर रहे थे, ये नहीं हो रहा, वो नहीं हो रहा, क्या आप खेलते हुए या जब नहीं भी खेलते हो तो क्या इन चीजों पर ध्यान देते हो ? रहाणे ने जवाब देते हुए कहा " मैं कोशिश करता हूँ कि उस चीज के ऊपर ध्यान नहीं दूँ, क्योंकि आलोचना एक अनचाही चीज है जिसे मैं कंट्रोल नहीं कर सकते हैं। निजी तौर पर जब आप सौ बनाते हो तो बहुत खुशी होती है, मेरे लिए यह बहुत संतोषजनक पारी थी क्योंकि मुझे गेंद को काफी ग्राइंड करना पड़ा। पहले टीम को एक अच्छी स्थिति में ले जाना चाहता था और फिर शतक भी पूरा कर पाया।" आप इस इंटरव्यू को यहां पर देख सकते हैं।
दूसरे टेस्ट में किसे मिलेगा मौका?
टीम इंडिया, विंडीज दौरे पर अपना दूसरा टेस्ट मैच शुक्रवार को जमैका में खेलेगी और ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि आर.अश्विन और रिद्धिमान साहा को जगह मिल सकती है। ऋषभ पंत का टेस्ट फॉर्म अब भी चिंता का विषय बना हुआ है और जिस तरह उन्होंने अपने विकेट गंवाए उससे एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गए हैं। हनुमा विहारी ने भी रहाणे के साथ शानदार पारी खेली इसलिए रोहित शर्मा को शायद ही अगले टेस्ट में भी मौका मिले।
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