नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड में 18 जून से खेले जाने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल मैच और इंग्लैंड के खिलाफ खेली जाने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिये साउथैमप्टन पहुंच चुकी है। कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम पहले साउथैम्पटन के मैदान पर ऐतिहासिक टेस्ट चैम्पियनशिप के पहले फाइनल मैच में न्यूजीलैंड का सामना करेगी जिसके करीब 6 हफ्ते के बाद 4 अगस्त से भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है।
वहीं इस सीरीज से पहले खेल जगत के कई दिग्गजों ने भारतीय टीम के प्रदर्शन को लेकर अपनी-अपनी राय रखनी शुरू कर दी है, जिसमें कई खिलाड़ियों का मानना है कि इंग्लैंड में भारतीय टीम के गेंदबाजों को परिस्थिति के साथ तालमेल-बिठाने में समय लगेगा जिसके चलते विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में विराट सेना को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत आगरकर का मानना है कि इंग्लिश परिस्थितियों में गेंदबाजों के मुकाबले भारतीय बल्लेबाजों का ज्यादा मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।
अजीत आगरकर ने स्टार स्पोर्टस के शो में बात करते हुए कहा, 'आपको लगेगा कि मैं यहां पर थोड़ा पक्षपात कर रहा हूं लेकिन मेरा मानना है कि यहां की परिस्थितियों के साथ ताल-मेल बिठाने में गेंदबाजों से ज्यादा बल्लेबाजों को परेशानी होने वाली है, क्योंकि गेंदबाजों के पास वापसी का मौका होता है लेकिन बल्लेबाजों को सिर्फ एक ही मौका मिलेगा। एक गेंदबाज जितना ज्यादा बॉलिंग करेगा उसकी वापसी के उतने ही मौके होंगे जबकि बल्लेबाज की एक गलती उसका विकेट निकाल देगी।'
आगरकर का मानना है कि बतौर खिलाड़ी आप जितनी जल्दी परिस्थितियों को समझ जायेंगे उतना ही अच्छे तरीके से आप लाइन, लेंथ और गेंद की स्विंग पर पकड़ हासिल कर सकते हैं और सीम के हिसाब से आप खुद को एडजस्ट कर लेंगे। गौरतलब है कि आगरकर ने इससे पहले चैम्पियनशिप के फाइनल को लेकर कहा था कि भारत इस मैच में कीवी टीम को हल्के में लेने की भूल नहीं करेगा।
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आगरकर ने कहा था कि वो समय चला गया जब कीवी टीम अंडरडॉग हुआ करती थी, पिछले एक दशक में आप कोई भी आईसीसी टूर्नामेंट उठाकर देख लें, न्यूजीलैंड की टीम फाइनल, सेमीफाइनल या क्वार्टरफाइनल तक का सफर जरूर तय करती है। ऐसे में भारत उसे किसी भी तरह से हल्के में लेने की गलती नहीं करेगा और अपना पूरा दम खम लगायेगा ताकि खिताब को जीत सके।