तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts
 

एशिया कप 2018 : रोहित ने इस 'खास वजह' से टॉस जीतकर लिया फील्डिंग का फैसला

नई दिल्ली। एशिया कप 2018 की खिताबी जंग का मुकाबला शुरू हो चुका है। पाकिस्तान को हराने के बाद बांग्लादेश का मुकाबला भारत से खेला जा रहा है। भारत एशिया कप में 7वीं बार जीत हासिल कर यह कप अपने नाम करना चाहेगा वहीं, बांग्लादेश एशिया कप जीतकर इतिहास रचने की कोशिश करेगा। विराट कोहली को आराम देने के बाद एशिया कप में भारत की कप्तानी की कमान रोहित शर्मा के हाथ में दी गई है। एशिया कप में भारत कोई भी मुकाबला हारा नहीं है। भारत को अफगानिस्तान ने टाई पर रोक लिया इसके अलावा सभी मैच में भारत ने शानदार जीत दर्ज की।

रोहित शर्मा ने फाइनल में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया है। अतीत में जाकर देखें तो एक खास संयोग की वजह से रोहित ने पहले फील्डिंग का फैसला लिया।

इस खास वजह से रोहित ने चुनी फील्डिंग:

इस खास वजह से रोहित ने चुनी फील्डिंग:

बांग्लादेश के खिलाफ टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी के पीछे एक 13 साल पुराना कनेक्शन है। साल 2005 में भारत, जिम्बाब्वे और न्यूजीलैंड के बीच त्रिकोणीय श्रृंखला खेली जा रही थी।फाइनल में भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुकाबला हुआ और भारत को विकेट से हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में रोहित को डर था कि कहीं 13 साल पुराना संंयोग उनकी साख पर बट्टा ना लगा दे जिसके बाद उन्होंने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की बजाए गेंदबाजी का फैसला लिया।

 दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में भारत का रिकॉर्ड:

दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में भारत का रिकॉर्ड:

टीम इंडिया ने एशिया कप के सभी मैच दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में ही खेले हैं और उसका रिकॉर्ड यहां जबर्दस्त रहा है। बांग्लादेश ने इस स्टेडियम में 5 में से 3 मैच जीते हैं, एक मैच टाई रहा है। इस स्टेडियम में भारत ने बांग्लादेश को भी हराया है। भारत ने वो मैच एकतरफा अंदाज में 7 विकेट से जीता था। इस मैच के हीरो रोहित शर्मा ही रहे थे।कप्तान रोहित शर्मा ने नाबाद 83 रनों की पारी खेली थी।

रोहित की तुलना क्लाइव लॉयड से:

रोहित की तुलना क्लाइव लॉयड से:

हाल ही में सुनील गावसकर ने कप्तान रोहित शर्मा की जमकर तारीफ की थी। उन्होंने रोहित की तुलना वेस्टइंडीज के महान कप्तान क्लाइव लॉयड से करते हुए लिखा कि एशिया कप में कप्तानी कर रहे हिटमैन अपनी भावनाओं पर आसानी से काबू पा लेते हैं। अगर कोई फील्डर कैच छोड़ देता है तो कप्तान रोहित अपने इमोशन (भावनाओं) पर काबू रखते हैं। वह हल्का सा मुस्कुराते हैं और अपनी फील्डिंग पोजिशन पर वापस चले जाते हैं।क्लाइव लॉयड अपनी कप्तानी के दौर में किया करते थे।

बतौर कप्तान रोहित शर्मा का रिकॉर्ड:

बतौर कप्तान रोहित शर्मा का रिकॉर्ड:

31 वर्षीय रोहित शर्मा ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 2007 में बेलफास्ट में आयरलैंड के खिलाफ की थी। रोहित को कप्तानी का ज्यादा अनुभव तो नहीं है। रोहित शर्मा ने अबतक वन-डे मैचों में कुल तीन बार कप्तानी की है, जिसमें एक मैच वो हारे थे जबकि बाकी दो मैच उन्होंने अपने नाम किए थे। बता दें कि रोहित शर्मा ने कप्तान रहते हुए कभी कोई फाइनल मैच नहीं हारा है। श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने जहां टी-20 और वन-डे सीरीज के निर्णायक मुकाबले जीते हैं। इसके साथ ही निडास ट्रॉफी फाइनल में बांग्लादेश को हराकर भारत ने खिताब पर अपना कब्जा जमाया था।

रोहित का किसी भी टूर्नामेंट या सीरीज के फाइनल मुकाबले में आज तक हार नहीं मिली

यह भी पढ़ें-महिला T-20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम का ऐलान, हरमनप्रीत को कमानयह भी पढ़ें-महिला T-20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम का ऐलान, हरमनप्रीत को कमान

Story first published: Friday, September 28, 2018, 18:32 [IST]
Other articles published on Sep 28, 2018
POLLS
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Yes No
Settings X