India vs Australia Pink Ball day night Test: नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच आज से शुरू हुई बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज (Border Gavaskar Test Series) का पहला मैच एडिलेड के मैदान पर खेला जा रहा है। सीरीज का पहला मैच पिंक बॉल से डे-नाइट प्रारूप (Pink Ball Test Match) में खेला जा रहा है, जहां पर भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। हालांकि भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाजों ने कप्तान कोहली के इस फैसले को सही साबित नहीं किया और पारी की दूसरी ही गेंद पर सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क की गेंद का शिकार बने और बोल्ड होकर वापस पवेलियन लौटे।
उल्लेखनीय है कि पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) के आउट होने से महज 1 गेंद पहले ही ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और कोच रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) ने कॉमेंट्री के दौरान पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) की कमजोरी के बारे में बात करते हुए उनके आउट होने के तरीके के बारे में बताया था और अगली ही गेंद पर यह खिलाड़ी ठीक उसी तरह से आउट हुआ और बिना खाता खोले वापस पवेलियन लौटे।
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पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) की कमजोरी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा,'शॉ जब भी बल्लेबाजी करने आते हैं तो उसके लिये वो गेंदें काफी आसान होती हैं जो टप्पा पड़ने के बाद बाहर की तरफ निकले, हालांकि जब गेंद अंदर की तरफ आती है तो उसका सिर गेंद की दिशा में जाता है और पैर दूसरी तरफ, इसकी वजह से उसके बैट और पैड में गैप बन जाता है और उसके आउट होने के ज्यादा मौके बन जाते हैं। मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज उनकी इसी कमजोरी पर निशाना साधेंगे।'
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी की पारी का आगाज करने आये मिशेल स्टार्क ने अगली ही गेंद पर बिल्कुल यही किया। उनकी गेंद पड़ने के बाद अंदर की तरफ आई और शॉ ने वही किया जैसा कि पोंटिंग ने बताया था और वह बिना खाता खोले वापस पवेलियन लौटे।
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आपको बता दें कि पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) अपने टेस्ट करियर में पहली बार जीरो पर आउट हुए जबकि अभ्यास मैच के दौरान वह 2 बार जीरो पर आउट हुए। वह पिछले कुछ समय से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके हैं और अगर वह अगली पारी में अच्छा प्रदर्शन कर पाने में नाकाम रहते हैं तो टेस्ट सीरीज से बाहर बैठना पड़ सकता है।