भारत-बांग्लादेश के मधुर रिश्ते हर किसी के सामने हैं। अभी हाल ही में बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना भारत की यात्रा कर वापस अपने देश लौटी हैं। इस यात्रा के दैरान भारत-बांग्लादेश ने कई अहम करार किए जिससे एक बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों देशों के रिश्ते आने वाले दिनों में और भी मजबूत होंगे। लेकिन हम यहां दोनों देशों के राजनातिक व सामरिक रिश्तों की नहीं क्रिकेट के रिश्तों की बात कर रहे हैं। जी हां.. बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा है कि यदि भारतीय क्रिकेट बोर्ड कमजोर होता है तो बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड पहले कमजोर हो जाएगा।
भारत ने हमेशा हमारा समर्थन कियाः बांग्लादेश
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) प्रमुख नाजमुल हसन ने कहा है कि आईसीसी के प्रस्तावित राजस्व मॉडल के साथ भारत के मुद्दों को हल करने की जरूरत है क्योंकि "कमजोर बीसीसीआई का मतलब कमजोर बांग्लादेश है"। गौरतलब है कि नाजमुल हसन आईसीसी वर्किंग ग्रुप का भी हिस्सा हैं।
भारत दौरे पर आए हसन ने बीसीसीआई की प्रशासक समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय से मुलाकात कर अगले महीने होने वाली आईसीसी बोर्ड की बैठक से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। पीटीआई के मुताबिक ने बीसीसीआई की प्रशासक समिति के साथ बैठक के बाद हसन ने कहा, "हर कोई रेवेन्यू स्ट्रक्चर की समस्या को हल करने के लिए बीच का रास्ता खोजने की कोशिश कर रहा है। हम किसी भी सदस्य देश को हर्ट करना नहीं चाहते हैं। खासतौर से भारत, क्योंकि भारत ने हमेशा हमारा समर्थन किया। अगर भारत कमजोर हो जाता है, तो हम भी कमजोर हो जाएंगे।"
'हल निकालो, भारत के राजस्व पर नजर न डालो'
गौरतलब है कि हसन आईसीसी के रेवेन्यू डिस्ट्रीब्यूशन के वकील भी हैं। उन्होंने कहा कि "बड़े देशों के राजस्व के बटवारे को लेकर न्यायपूर्ण हल निकालना चााहिए लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप भारत का हिस्सा ले जाएंगे।" हालांकि हसन ने यह भी कहा कि जो सदस्य देश वित्तीय संकट से गुजर रहे हैं उनकी मदद करने की आवश्यकता है। हसन ने दिल्ली में प्रशासनिक केमेटी से मुलाकात से पहले आईसीसी चेयरमैन शशांक मनोहर से भी नागपुर में मुलाकात की।