नई दिल्ली। जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में भुवनेश्वर कुमार से भारत को सबसे ज्यादा उम्मीदें रहती हैं। भुवनेश्वर के लिए 15 जनवरी को एडिलेड में होने वाला दूसरा मैच काफी अहम होने जा रहा है। भारत सिडनी में हुआ पहला मैच 34 रनों से हार गया था। ऐसे में भारत के लिए इस मैच में करो या मरो वाली स्थिति है। बता दें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने ये सीरीज तीन मैचों की है। पहला मैच हारने के बाद टीम इंडिया को अब बाकी के दोनों मुकाबले जीतने होंगे। इस मैच में दमदार खेल दिखाने के लिए भुवनेश्वर कुमार ने प्रैक्टिस का एक नया तरीका ईजाद किया है।
दरअसल भुवनेश्ववर ने विकेटों पर जूते रखे और फिर उन जूतों को निशाना बनाते हुए गेंदबाजी की। ऐसा करके भुवनेश्वर सटीक यार्कर गेंदों का अभ्यास कर रहे थे। भुव्वी ने अपने दिमाग में इन जूतों को विकेट पर खड़े बल्लेबाज का जूता बना दिया है। जिससे स्लॉग ओवर में कंगारू बल्लेबाजों को पैरों के पास सटीक योर्कर फेंककर रनों की गति को अंकुश लगाया जा सके। इसलिए भुवनेश्वर ने यह जूते क्रीज पर ठीक ऐसे रखे हैं जैसे कोई बल्लेबाज क्रीज पर खड़ा होता है।
Here's a bowling drill for your next training session! #AUSvIND pic.twitter.com/Ans4Zdnk8D
— cricket.com.au (@cricketcomau) January 14, 2019
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बता दें कि भुवनेश्वर भारत के लिए एक लंबे गैप के बाद खेल रहे हैं क्योंकि भारतीय टीम की चार टेस्ट मैचों की सीरीज में उनको एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था। अपने अनोखे अभ्यास पर उन्होंने कहा, ''यॉर्कर फेंकने के लिए अलग तरह के कौशल की जरूरत होती है। मैं जूतों पर यॉर्कर डालने का अभ्यास कर रहा था। स्लॉग ओवरों में विकेट लेने और रन रोकने के लिए मैने यह अभ्यास किया।'' उन्होंने कहा कि टेस्ट मैच से बाहर रहने के दौरान वह यॉर्कर डालने का अभ्यास नहीं कर रहे थे क्योंकि पांच दिनी क्रिकेट में इस गेंद का इस्तेमाल अमूमन नहीं होता है। उन्होंने कहा, 'मैंने एक महीने तक इसका अभ्यास नहीं किया। टेस्ट में इसकी जरूरत नहीं होती और मैंने मैच नहीं खेला। वनडे और टी20 में इसकी जरूरत पड़ती है।' भुवनेश्वर की प्रैक्टिस को देखते हुए भारत को एक बार फिर मंगलवार को उनसे काफी उम्मीदें होंगी।