नई दिल्लीः आईसीसी का एक और वर्ल्ड कप जीतने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम सांतवे आसमान पर है। उन्होंने विश्व कप से आने से पहले 10 से में 8 टी20 मुकाबलों में हार का मुंह देखा था और कोई भी क्रिकेट पंडित आरोन फिंच के लड़कों पर दांव लगाने पर तैयार नहीं था लेकिन क्रिकेट के खेल की अनिश्चितता एक बार फिर से सबको चौंका गई और ऑस्ट्रेलियाई अपना पहला टी20 वर्ल्ड कप ले उड़े।
कंगारू टीम को दुनिया के हर कोने से तारीफ मिल रही है लेकिन उनके ही हमवतन ब्रेड हॉग ने कुछ चिंताएं भी जताई है। हॉग की ये चिंता ऑस्ट्रेलिया टीम की उन खामियों को लेकर हैं जो वर्ल्ड कप जीतने के बाद बावजूद बनी हुई हैं।
पूर्व बाए हाथ के स्पिनर हॉग ने कहा है कि पिछले एक दशक से ऑस्ट्रेलियाई टीम के खेल में गिरावट दर्ज की गई है। इंग्लैंड और भारत जैसी टीमों के मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया का खेल ऊपर नहीं किया है। ऑस्ट्रेलिया को भी इन टीमों की तरह अपने खेल को विकसित करना था।
हॉग ने कहा कि ऑस्ट्रलियाई अकादमी वर्ल्ड कप जीतने में सबसे बड़ा योगदान करती रही है। हालांकि यहां पर बदलाव की अब दरकार है। ऑस्ट्रेलिया को भी युवाओं को ऐसे आगे लाना होगा जैसे भारत और इंग्लैंड ने किया है।
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हॉग ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "पिछले 5-8 सालो में प्लान के हिसाब से चीजें नहीं गई हैं। हमें अभी भी कुछ देशों को पकड़ना होगा, ऑस्ट्रेलिया को बहुत सारा काम करना होगा। भारत ने वनडे, टेस्ट और यहां तक की टी20 में भी खेल को स्तर को ऊंचा उठाया है। वे टी20 वर्ल्ड कप में अनलकी रहे।
ऑस्ट्रेलिया की सफलता के पीछे सबसे ज्यादा अकादमी का रोल रहा है, आप देख सकते हैं इंग्लैंड ने वैसा ही किया है और भारत ने राहुल द्रविड़ की देखरेख में अपनी अकादमी में ऐसा किया है। पंत, गिल, शॉ जैसे सब खिलाड़ी आ रहे हैं। जबकि ऑस्ट्रेलिया के पास रिलेक्स होने के लिए कुछ समय नहीं है क्योंकि अगले साल उनको अपने घर में फिर से टी20 खिताब की रक्षा करनी है।
अगला टी20 वर्ल्ड कप अगले साल ही होने जा रहा है और ऑस्ट्रेलिया को यह डिफेंड करना होगा। साल 2022 में होने जा रहा ये कप ऑस्ट्रेलिया की सरजमी पर खेला जाएगा।