इस सीजन के लिए ही हुआ करार
चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी वीवो कुछ विवादों के चलते बीसीसीआई से खुद करार तोड़ लिया था। वीवो ने सिर्फ इस सीजन के लिए खुद को पीछे हटाया है, जिसके बाद बीसीसीआई नए स्पॉन्सर की तलाश में जुटा। वीवो ने 2018-2022 के लिए आईपीएल प्रायोजन अधिकार लगभग 2200 करोड़ में हासिल किए। बीसीसीआई को हर एक सीजन के 440 करोड़ मिलते थे। लेकिन इस बार ड्रीम 11 आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर बन है जिसका करार 18 अगस्त, 2020 से 31 दिसंबर, 2020 तक की अवधि के लिए उपलब्ध रहेगा।
नहीं मिल पाई बड़ी रकम
हालांकि बीसीसीआई बड़ी रकम जुटाने में नाकाम रहा है। वीवो कंपनी के सालाना करार के हिसाब से बीसीसीआई को इस बार 190 करोड़ रुपए कम हासिल किए हैं। टाइटल स्पॉन्सर की दौड़ में अन्य कंपिनियों ने जो बोली लगाई थी वो बेहद कम थी। अनएकेडमी ने 210 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी, जबकि टाटा की बोली 180 करोड़ और बायजू ने 125 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी।
अगली बार लाैटे वीवो
बता दें कि बीसीसीआई और वीवो के बीच सहमति हुई है कि अगले तीन सीजन में वीवो टाइटल स्पॉन्सर रहेगा। यानी कि 2021-2022 और 2023 के सीजन के लिए वीवो फिर वापस लाैटेगा। बीसीसीआई ने पहले ही साफ कर दिया कि वो लिए हुए पैसे वापस नहीं करेगा। वीवो कंपनी ने 5 साल के लिए 2018 में करार किया था, जिसे बीसीसीआई पूरा करेगी। बता दें कि इस बार आईपीएल यूएई में 19 सितंबर को शुरू होगा जिसका फाइनल मैच 10 नवंबर को होगा।