नई दिल्ली। आईपीएल में जबरदस्त प्रदर्शन करने वाले चेतन साकरिया के पिता कोरोना संक्रमति हैं। चेतन के पिता गुजरात के भावनगर जिले में भर्ती हैं। आईपीएल के सस्पेंड होने के बाद चेतन साकरिया पीपीई किट पहनकर अपने पिता को देखने के लिए अस्पताल पहुंचे हैं। कोरोना संक्रमित होने के बाद साकरिया के पिता कांजीभाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पिछले हफ्ते साकरिया को फोन पर इस बात की जानकारी दी गई थी कि उनके पिता कोरोना संक्रमित हैं और अस्पताल में भर्ती कराया गया है। साकरिया ने कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे राजस्थान रॉयल्स की ओर से अपनी फीस का एक हिस्सा कुछ ही दिन पहले मिल गया था। मैंने इस पैसे को तुरंत घर ट्रांसफर कर दिया था, इस मुश्किल समय में यह पैसा मेरे परिवार के बहुत काम आया।
पिता चलाते हैं टेंपो, आईपीएल ने बदल दी जिंदगी
चेतना साकरिया जैसे खिलाड़ियों के लिए आईपीएल निसंदेह काफी मदद लेकर आया है। साकरिया ने कहा कि लोग कह रहे हैं कि आईपीएल को रोक बंद करो, मैं उन्हें कुछ कहना चाहता हूं, परिवार में मैं अकेला कमाई करने वाला हूं। मेरी कमाई का एकमात्र जरिया क्रिकेट है। मैं अपने पिता को अच्छा इलाज इसलिए दे सकता हूं क्योंकि मैंने आईपीएल से पैसा कमाया है। अगर यह टूर्नामेंट एक महीने नहीं हुआ होता तो मेरे लिए काफी मुश्किल होती। मैं गरीब परिवार से आता हूं, पूरी जिंदगी मेरे पिता टेंपो चलाते रहे, लेकिन आईपीएल की वजह से मेरी पूरी जिंदगी बदल गई। बता दें कि चेतन साकरिया को 1.20 करोड़ रुपए में राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा था।
अस्पताल के चक्कर काटने में गुजर रहे दिन
आईपीएल बंद होने के बाद चेतन साकरिया का पूरा समय घर और अस्पताल के चक्कर काटने में गुजर रहा है। वह सुबह 9 बजे से 2 बजे तक अस्पताल की बेंच पर बैठे रहते हैं। साकरिया अपने पिता को लेकर काफी चिंतित हैं क्योंकि उनके पिता को शुगर है। कुछ महीने पहले ही साकरिया आईपीएल की वजह से करोड़पति बन गए। लेकिन फिर भी उन्हें एक बात का मलाल है कि उन्होंने अपने छोटे भाई को खो दिया जोकि उनके बेहद करीब था। आईपीएल ने मेरी जिंदगी बदल दी लेकिन अंदर से मैं बहुत ही अकेला महसूस करता हूं।साकरिया ने कहा कि संजू सैमसन ने मुझसे कहा था कि मैनेजमेंट मेरे अंदर बहुत क्षमता देख रहा है, लिहाजा तैयार रहो। तुम मैच खेलोगे। उस रात मैं सो नहीं सका था। मेरे दिमाग में विचार आ रहे थे कि मैं कैसे गेंदबाजी करूंगा, मैं कैसे विकेट लूंगा, कैसी गेंद डालूं, ऐसे डालूं या वैसे डालूं।
कोच ने दी सलाह
चेतन साकरिया ने अपने कोच राजेंद्र गोयल से बात की, उन्होंने साकरिया को सलाह दी कि आराम से रहे और बहुत परेशान ना हो। पंजाब के खिलाफ पहले मैच में साकरिया ने 31 रन देकर 3 विकेट हासिल किए थे, इसमे केएल राहुल, मयंक अग्रवाल का भी विकेट शामिल था। लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मैच में जिस तरह से उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी का विकेट लिया उसे वह अपनी पूरी जिंदगी में नहीं भूलेंगे। साकरिया ने कहा कि हर कोई जानता है कि वह कितने बड़े खिलाड़ी हैं और अंत के ओवर में वह किस तरह से मैच पूरी तरह पलट सकते हैं। मैं खुश हूं कि मुझे जल्दी ही उनका विकेट मिला और मैंने उन्हें आगे जाने का मौका नहीं दिया।
घरवाले कहते थे नाक मत कटाओ यार
मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच के बाद साकरिया ने कहा कि मैं मैच के बाद रोहित शर्मा का ऑटोग्राफ लेने के लिए गया था। रोहित शर्मा ने मेरी गेंदबाजी की तारीफ की थी और कहा था कि मैं सही रास्ते पर हूं। टीम में विदेशी खिलाड़ी किस तरह से उन्हें लेंगे इसको लेकर साकरिया चिंतित थे। लेकिन उन्होंने बताया कि टीम के साथ एक सेशन के बाद मुझे ऐसा लगने लगा कि यह मेरा घर है। परिवार के बारे में साकरिया ने कहा कि वो मुझे फोन करके कहते थे तुम हार क्यों रहे हो, जीतना शुरू करो। मुझे बुरा लगता था। मैं कैसे उन्हें बताता कि यहां दबाव बहुत ज्यादा है। गलती की कोई गुंजाइश नहीं है। वो मुझसे कहते थे नाक मत कटाओ यार।
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मां को नहीं पता करोड़ में कितने जीरो होते हैं
आईपीएल के तमाम खिलाड़ियों की तरह साकरिया को उम्मीद है कि जल्द ही आईपीएल के बचे हुए मैच होंगे। आईपीएल में साकरिया को जो प्रसिद्धि मिली उसके अलावा पैसों ने उनके जीवन को बदल दिया है। साकरिया के परिवार को नए घर की जरूरत है। साकरिया कहते हैं कि अपने मोहल्ले में मैं अकेला हूं जिसने इतना कमाया है। मेरी मां को नहीं पता है कि करोड़ में कितने जीरो होते हैं। हमारी पहली प्राथमिकता है कि मैं अपने पिता को वापस ठीक कराकर घर लाऊं और उसके बाद एक घर बनाऊं। इसके लिए जरूरी है कि आईपीएल हो।