नई दिल्ली। बॉल टेंपरिंग कांड पर फिर से सिलसिलेवार ढंग से बात होने लगी है। उस दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच रहे डेरेन लेहमन का मानना है कि केपटाउन में जब इसकी योजना बन रही थी तब तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ को आंख नहीं बंद करनी चाहिए थी। शुरू में इस मामले में निशाने पर आए लेहमान ने बाद में स्मिथ और उप कप्तान डेविड वॉर्नर पर एक साल का प्रतिबंध लगने के बाद लेहमन ने कोच पद से इस्तीफा दे दिया था। जबकि केमरून बेनक्रॉफ्ट पर नौ महीने का प्रतिबंध लगा था, जो शनिवार को समाप्त हो रहा है।
लेहमन ने कहा, 'स्मिथ ने इस योजना पर आंख बंद करने का फैसला किया। वह देश का कप्तान था और उसका इस पर नियंत्रण होना चाहिए था।' उन्होंने कहा, 'मैं अब भी देश की कप्तानी करने के दबाव को नहीं समझ पाया हूं। यह काफी ज्यादा होता होगा।' लेहमन ने कहा कि बेनक्रॉफ्ट से जब गेंद की शक्ल बिगाड़ने के लिए कहा गया, तो उन्हें इस बारे में सहयोगी स्टाफ को बताना चाहिए था। उन्होंने कहा, 'हां, उसे हमारे पास आना चाहिए था। इन खिलाड़ियों ने बड़ी गलती की, जिसका कई लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ा। '
रिकी पोंटिंग ने बॉल टेंपरिंग कांड पर स्टीव स्मिथ और कैमरून बैनक्रॉफ्ट के इंटरव्यू पर जताई हैरानी
बता दें कि हाल में ही कैमरून बैनक्राफ्ट और स्टीव स्मिथ ने एडम गिलक्रिस्ट को दिए इंटरव्यू में भी इस मामले पर काफी बातें की हैं जिन्होंने नए विवादों को जन्म दिया है। इस बात पर पोंटिंग ने हैरानी जाहिर करते हुए कहा है कि अब इतने दिनों बाद इस मामले को फिर से कुरेदने की क्या जरूरत थी? खासकर तब, जब ऑस्ट्रेलिया की युवा टीम भारत के साथ बॉक्सिंग डे टेस्ट खेलने में व्यस्त है। गौरतलब है कि इन स्टीव स्मिथ और बैनक्रॉफ्ट के इंटरव्यू बॉक्सिंग डे टेस्ट वाले दिन ही लिए गए थे। पोंटिंग का मानना है पुराने जख्मों को कुरदने से बॉक्सिंग डे टेस्ट खेल रही मौजूदा कंगारू टीम का ध्यान बंट सकता है। जो टीम के लिए अच्छा नहीं होगा।