दौरे पर नहीं पूछे जाने के कारण निराश थे सरफराज
जियो न्यूज चैनल से बात करते हुए मिस्बाह ने कहा, 'उसने खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन हां, उसकी कुछ आशंकायें थीं क्योंकि उन्हें दौरे के अंतिम मैच में खेलने के बारे में पूछा गया। मैं उनकी जगह होता तो मैं भी इसी तरह महसूस करता। जब किसी खिलाड़ी को दौरे के अंतिम मैच में खेलने के लिए पूछा जाता है तो वह थोड़ा आशंकित महसूस करता है क्योंकि उसे पहले के मैचों में नहीं खिलाया गया।'
पूरे दौरे पर सिर्फ 1 ही मैच जीता था पाकिस्तान
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने बीते 1 सितंबर को खेले गए तीसरे और अंतिम टी-20 मैच में मोहम्मद हफीज (86) और हैदर अली (54) की विस्फोटक अर्धशतकीय पारियों और वहाब रियाज (26 रन पर दो विकेट) की शानदार गेंदबाजी के दम पर इंग्लैंड को पांच रनों से हराया था और तीन मैचों की सीरीज को 1-1 से बराबर किया था। इंग्लैंड दौरे पर पहुंची पाकिस्तान टीम के लिये पूरी सीरीज में मिली यह इकलौती जीत थी।
10 साल बाद पाकिस्तान को मिली थी हार
इससे पहले टी20 सीरीज का पहला मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था तो वहीं दूसरे टी-20 मुकाबले में इंग्लैंड ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हराया था। वहीं 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में पाकिस्तान का निराशा जनक रहा और उसे 10 साल में पहली बार इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड ने पाकिस्तान को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से हराया था।