गंभीर-सहवाग ने जश्न मनाने वालों को लताड़ा
गौतम गंभीर ने इस मौके पर ट्वीट करते हुए लिखा था कि जो लोग पाकिस्तान की जीत पर पटाखे फोड़ कर जश्न मना रहे हैं वो भारतीय नहीं हो सकते, मैं अपनी टीम के साथ खड़ा हूं।
वहीं वीरेंदर सहवाग ने भी इसको लेकर तंज भरा ट्वीट किया था और लिखा,' दिवाली के दौरान पटाखे जलाने पर बैन लगा हुआ है लेकिन कल भारत के कई हिस्सों में पाकिस्तान की जीत पर पटाखे फोड़े गये। अच्छा हो सकता है वो क्रिकेट की जीत पर पटाखे फोड़ रहे थे, तो अगर ऐसे पटाखे जलाने पर कोई नुकसान नहीं है तो दिवाली पर पटाखे फोड़ने से क्या दिक्कत है। ऐसा दोगुलापन क्यों, सारा ज्ञान तब ही याद आता है।'
लिखने बोलने से पहले सोचना चाहिये
भारतीय क्रिकेटर्स का ऐसा रिएक्शन पाकिस्तान के पूर्व सलमान बट्ट को बिल्कुल पसंद नहीं आया और उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए इसकी जमकर आलोचना की।
उन्होंने कहा,'आप अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर्स से इस तरह के रिएक्शन की उम्मीद नहीं करते। वह लंबे समय तक इस स्तर पर खेले हैं और दुनिया के महानतम खिलाड़ियों में शुमार रहे हैं। यह ऐसे लोग हैं जिनसे खेल भावना को समझने की उम्मीद की जाती है। अगर वो इस तरह से प्रतिक्रिया देंगे तो उनके आस-पास लोग सोचेंगे कि वो जो कह रहे हैं एक दम सही बात है। उनके जैसे क्रिकेटर्स को कुछ भी कहने और लिखने से पहले सावधानी बरतनी चाहिये क्योंकि उनके फॉलोअर्स की संख्या काफी ज्यादा है। उन्हें इसके बजाय ऐसी बातें करनी चाहिये जिससे शांति और संयम की भावना बढ़े, उन्हें ऐसी बातें नहीं करनी चाहिये जिससे मुश्किलें बढ़ती नजर आये।'
जब भारत की जीत पर पाकिस्तान में फूटे थे पटाखे
सलमान बट्ट ने इस दौरान साल 2004 की उस घटना को भी याद किया जब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भारतीय टीम की जीत के बाद पटाखे फोड़े थे। आपको बता दें कि पाकिस्तान की टीम ने लगभग 3 दशक के बाद भारत को पहली बार विश्वकप में मात दी है।
उन्होंने कहा,'जब भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 2004 का दौरा किया था तो वनडे सीरीज के आखिरी मैच के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पटाखों का प्रबंध किया था। सीरीज आखिरी मैच से पहले 2-2 से बराबर थी लेकिन आखिरी मैच में भारत की जीत के बाद भी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पटाखे फोड़े थे, जो कि पीसीबी की ओर से दिखाया गया बड़ा जेस्चर है। कुछ इस तरह की भावना को ही खेल भावना कहते हैं।'