सिर्फ भारत की वजह से रोमांचक बना है फाइनल
इंडिया न्यूज से बात करते हुए रमीज राजा ने कहा,'2 साल का वक्त काफी लंबा होता है, लोग शायद इस बात को भूल भी जायें कि कौन सी टीम ने किस टीम के साथ मैच खेला था। इस टूर्नामेंट के रोमांचक बनने के पीछे एक ही कारण है कि भारत फाइनल में पहुंचा है। अगर न्यूजीलैंड के खिलाफ कोई और टीम फाइनल में पहुंची होती तो शायद इतना उत्साह देखने को कभी न मिलता।'
आईसीसी को बदलना चाहिये टेस्ट चैम्पियनशिप का प्रारूप
रमीज राजा का मानना है कि अगर आईसीसी को इस टेस्ट चैम्पियनशिप को आगे भी जारी रखना है और खेल के इस प्रारूप को मशहूर करना है तो उसे इस टूर्नामेंट के लिये एक अलग विंडो तैयार करना होगा।
उन्होंने कहा,'मुझे लगता है कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप को एक अलग विंडो में पूरी तरह से आयोजित करना चाहिये। एक 6 महीने की विंडो में सभी टीमों के मैच आपस में कराये जायें और फाइनल कराया जाये। इस दौरान दूसरे किसी भी प्रारूप में क्रिकेट नहीं खेला जाना चाहिये क्योंकि आप टेस्ट क्रिकेट की प्रासंगिकता को बनाये रखने के लिये यह विंडो तैयार करेंगे।'
फाइनल में मिट सकता है कोहली के शतक का सूखा
इस दौरान रमीज राजा ने यह भी बताया कि कैसे विराट सेना को जीत की लय हासिल करने के लिये थोड़े से मोमेंटम की जरूरत है। कोहली ने पिछले 18 महीनों में एख भी शतक नहीं लगाया है। उनके बल्ले से आखिरी शतक बांग्लादेश के खिलाफ 2019 में खेले गये डे-नाइट टेस्ट मैच के दौरान आया था। जिसके बाद से खेले गये 7 टेस्ट मैच में वह शतक नहीं लगा सके हैं।
उन्होंने कहा,'मैंने जितना देखा है कि वो बल्लेबाजी के दौरान थोड़ा देर से बल्ला चला रहे हैं और क्रॉस लाइन जाकर लेग साइड पर मारने की कोशिश करते हैं जिससे उनकी कलाइयां टूट जाती हैं। अगर वो अपनी जगह पर खड़े रहकर सीधे बल्ले से खेलें और फिर फ्लिक करें तो यह उनके लिये कोई समस्या नहीं होगी। हालांकि वह जानते हैं कि उन्हें क्या करने की जरूरत है, इसलिये परेशानी की कोई बात नहीं है।'
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने आगे कहा कि कई बार आप ज्यादा सोचते हैं और खुद पर शतक न लगा पाने और ज्यादा रन न बटोर पाने का दबाव अपने ऊपर ले लेते हैं। मुझे लगता है कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में विराट कोहली अपना शतक का सूखा खत्म कर सकते हैं, अगर वो 20-25 ओवर सीधा खेलते हुए अपनी कलाइयों को ज्यादा नहीं मोड़ते हैं।