सीमित ओवर्स में खेलने के लायक नहीं है अश्विन-लियोन
इंग्लैंड समेत दुनिया भर में कोचिंग कर चुके मुश्ताक का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में सफल रहे यह गेंदबाज सीमित ओवर्स प्रारूप में खेलने के लायक नहीं है क्योंकि उनके पास गेंदबाजी में विविधता नहीं है।
मुश्ताक ने एक इंटरव्यू में कहा, 'युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव को देखो। दोनों ने सफेद गेंद से भारत को कई मैच जिताए हैं। लियोन, अश्विन और यासिर की गेंदों में शायद वनडे क्रिकेट के लायक विविधता ही नहीं थी।'
फॉर्मेट के हिसाब से चुनना होगा गेंदबाज
मुश्ताक अहमद का मानना है कि अब समय आ गया है जब प्रारूप के अनुसार गेंदबाजों का चुनाव करना होगा। इसके लिये भारतीय टीम को टेस्ट और सीमित ओवरों के स्पिनरों को अलग-अलग करना होगा।
उन्होंने कहा, 'स्पिनरों के लिए सबसे बड़ी चुनौती टेस्ट क्रिकेट है, जहां उनकी प्रतिभा की असली परख होती है। यासिर शाह, नाथन लियोन, मोईन अली, अश्विन जैसे गेंदबाजों का टेस्ट क्रिकेट में योगदान अपार है।'
वनडे क्रिकेट के लायक नहीं हैं लियोन और अश्विन
पाकिस्तान के इस दिग्गज गेंदबाज का मानना है कि लियोन और अश्विन दोनों सकलैन मुश्ताक और मुथैया मुरलीधरन के बराबर के गेंदबाज है हालांकि दोनों खिलाड़ी वनडे क्रिकेट के लायक नहीं हैं।
उन्होंने कहा, 'आजकल इतना क्रिकेट खेला जा रहा है कि अलग अलग प्रारूप के लिए अलग-अलग स्पिनर होने चाहिए। आप 5-6 स्पिनरों को चुनकर उन्हें अलग अलग प्रारूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे उनका करियर भी लंबा होगा। इनमें से कुछ वनडे क्रिकेट में भी सफल रहे हैं लेकिन बदले हुए नियमों के साथ क्रिकेट अब काफी बदल गया है।ऐसे में रहस्यमयी स्पिनर और कलाई के स्पिनर अधिक प्रभावी हो गए हैं। इनमें आदिल रशीद, एडम जाम्पा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव और शादाब खान शामिल है।'