युवराज के ट्वीट ने बरपाया हंगामा-
इंग्लिश दिग्गजों का यह कहना है कि जिस पिच पर जो रूट जैसे गेंदबाज को पांच विकेट यूं ही मिल जाते हैं उसमें कुछ ना कुछ तो खराबी है ही। हालांकि भारतीय अपनी पिच को डिफेंड करते हुए दिखाई दिए लेकिन इसी बीच युवराज सिंह का ट्वीट विवादों में आ गया।
दरअसल युवराज सिंह ने इसको लेकर सीधा सवाल उठाया था और शायद वह भारत की ऐसी बड़ी क्रिकेट हस्तियों में पहले शख्स थे जिसने पिच को लेकर आलोचनात्मक रुख अपनाया था। युवराज सिंह ने कहा था कि यह टेस्ट मैच 2 दिनों में समाप्त हो गया है और वे नहीं जानते हैं कि यह टेस्ट क्रिकेट के लिए कितना अच्छा है या फिर कितना बुरा।
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गौतम गंभीर ने दी प्रतिक्रिया-
युवराज सिंह ने आगे और भी बड़ी बात कहते हुए बोला था कि अगर अनिल कुंबले और हरभजन सिंह के जमाने में ऐसी पिचे धड़ल्ले से बनाई जाती तो यह दोनों दिग्गज स्पिनर क्रमशः 800 और 1000 टेस्ट विकेट ले चुके होते।
बिल्कुल जाहिर सी बात है कि युवराज सिंह को उनके इस ट्वीट के लिए काफी आलोचना का सामना करना पड़ा। हम जानते हैं जब आप ट्विटर पर किसी विषय पर खुलकर बोलते हैं तो या तो आपके सहयोगी अधिक मिलते हैं या फिर आपके आलोचक बहुत होते हैं। ट्विटर पर आप बहुत तेजी के साथ ट्रोल हो जाते हैं। अब हाल ही में भारत के पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज और वर्तमान में कमेंटेटर गौतम गंभीर ने युवराज सिंह के इस दावे पर प्रतिक्रिया दी है कि हरभजन सिंह और अनिल कुंबले के समय में ऐसी पिचे बनी होती तो क्या होता?
पिच नहीं बल्कि डीआरएस का होता बड़ा रोल-
गौतम गंभीर ने गंभीर ने ईएसपीएनक्रिकइंफो के प्रोग्राम पर बात करते हुए कहा है, "हां विकेट आज के समय में पहले से अलग है। लेकिन यह डीआरएस है जो बड़ी भूमिका निभाता है। अगर यह डीआरएस सिस्टम अनिल कुंबले और हरभजन सिंह के खेल के दौरान मौजूद होता तो कुंबले अभी तक 1000 टेस्ट विकेट ले चुके होते और हरभजन सिंह की झोली में भी 700 टेस्ट विकेट होते।"
"क्योंकि डीआरएस भारत में काफी बड़ा रोल निभाता है जहां पर आप को बहुत सारे इंसाइड एज, बैटपैड जैसी चीजें देखने को मिलती है।"
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युवराज की इस बात से सहमत नहीं गंभीर-
गौतम गंभीर ने आगे कहा- "इस पॉइंट पर में युवराज सिंह से सहमत हूं लेकिन अगर बात केवल इन पिचों पर खेलने की आती है जो पिचें आज मौजूद हैं तो मैं युवराज सिंह की बात से शायद सहमत नहीं हूं। क्योंकि देखिए विकेट सबके लिए एक जैसा रहता है। अश्विन ने नहीं कहा कि आप इस तरह का विकेट बनाइए बल्कि यह टीम मैनेजमेंट थी जिसने यह विकेट बनवाया है। और जब आप इस तरह के विकेट पर खेलते हैं तो अश्विन के ऊपर प्रदर्शन करने का अतिरिक्त दबाव रहता है।
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इस बहस ने भारत के दो दिग्गज और दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले और हरभजन सिंह को भी शामिल किया है लेकिन अभी तक इन दोनों गेंदबाजों की ओर से किसी तरह का कोई रिजेक्ट या कोई जवाब मिलना बाकी है।
इसी बीच भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा और अंतिम टेस्ट मैच 4 मार्च से नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ही शुरू होने जा रहा है।