नई दिल्ली। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और उनकी पत्नी के बीच विवाद अब सार्वजनिक हो गया है। अदालत में दोनोंं एक दूसरे के खिलाफ केस लड़ रहे हैं। इस मामले में शमी को कोलकाता की निचली अदालत से बड़ी राहत मिली है। पत्नी हसीन जहां द्वारा लगाए गए घरेलू हिंसा के आरोपों के मामले में कोर्ट ने शमी को कल क्लीन चिट दे दी।
जहां का दावा था कि शमी और उनके परिवार वालों ने उनकी हत्या का भी प्रयास किया। उनकी मां और भाई मुझे अपशब्द कहते थे। यह शोषण सुबह के 2 से 3 बजे तक जारी रहता था। यहां तक कि उन्होंने मुझे मारने की कोशिश भी की।
पत्नी के आरोपों को भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने खारिज किया था। मुझे बदनाम करने और मेरा गेम खराब करने की कोशिश की जा रही है। यह सारा विवाद मेरा खेल खराब करने के लिए है।मीडिया में मेरे बारे में खबर चलाकर मेरा करियर खराब करने की कोशिश की जा रही है।
हसीन जहां को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता:
हसीन जहां ने मोहम्मद शमी से गुजारा भत्ता के तौर पर प्रतिमाह 7 लाख रुपए की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने नकार दिया है। शमी को सिर्फ अपनी बेटी के लिए हर महीने 80,000 रुपए गुजारा भत्ता देना होगा। इस मामले पर शमी के वकील का कहना है कि शमी अपनी बेटी का खर्च उठाने के लिए शुरू से ही तैयार थे। फैसले से नाखुश हसीन जहां के वकील ने कहा कि उनकी क्लाइंट अब हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहीं हैं। शमी से अलग होने के बाद हसीन ने एक बार फिर मॉडलिंग की दुनिया में कदम रख दिया है।