कराची। विराट कोहली ने खुलासा किया कि उन्हें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा कभी भी यह नहीं कहा गया कि वो भारतीय टीम की T20I कप्तानी ना छोड़ें। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने पहले कहा था कि कोहली को विशेष रूप से T20I कप्तान के रूप में पद छोड़ने के लिए नहीं कहा गया था, लेकिन उन्होंने खुद कप्तानी छोड़ दी। और अब, पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर सलमान बट ने कहा है कि गांगुली को अब इस 'कप्तानी मुद्दे' का जवाब देना चाहिए। यह कहते हुए कि विराट कोहली का बीसीसीआई अध्यक्ष को गलत साबित करना कोई छोटी बात नहीं है, बट ने कहा कि गांगुली और कोहली के दो अलग बयानों के कारण भारतीय खेमे में अशांति हो सकती है।
सलमान बट ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "गांगुली को भारतीय क्रिकेट की बेहतरी के लिए इसका जवाब देने की जरूरत है। वह बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं और कोहली का सार्वजनिक रूप से उनका खंडन करना कोई छोटी बात नहीं है। एक तरफ गांगुली ने कहा कि उन्होंने कोहली से टी20 कप्तानी नहीं छोड़ने का अनुरोध किया था। लेकिन कोहली ने अब सामने आकर दावा किया है कि बीसीसीआई की ओर से किसी ने भी उनसे इस बारे में बात नहीं की। ये दो बिल्कुल अलग बयान हैं। यह अशांति है।"
यह भी पढ़ें- क्या साैरव गांगुली झूठ बोल गए? कोहली के बयान ने खड़े किए सवाल
बेवजह विवाद खड़ा किया गया
सलमान बट को यह भी लगता है कि भारतीय पक्ष में मुख्य मुद्दा रोहित शर्मा के भारतीय वनडे टीम के कप्तान के रूप में कार्यभार संभालने के बारे में नहीं है, बल्कि बदलाव होने के बारे में है जो कि सहज तरीके से नहीं किया गया है। पाकिस्तान के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने भी कहा कि अब गांगुली और कोहली के बीच विश्वास की कमी होगी। उन्होंने कहा, ''यह कप्तानी का सवाल नहीं है। बहस रोहित के पदभार संभालने को लेकर नहीं है। वह एक अच्छे कप्तान हैं और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल स्तर पर खुद को साबित किया है। एक महान से दूसरे महान को जिम्मेदारी सौंपने की प्रक्रिया सही नहीं थी। बेवजह विवाद पैदा किया गया है और आगे चलकर कोहली और गांगुली के बीच विश्वास की कमी होगी।"
बट ने यह भी कहा कि टीम को एकजुट रखना रोहित शर्मा के लिए एक चुनौती होगी और उन्होंने यह कहकर निष्कर्ष निकाला कि अगर 'हिटमैन' इस परीक्षा को पास कर लेता है, तो वह खुद को एक कप्तान के रूप में साबित कर देता है। हाल के दिनों में भारतीय क्रिकेट में जो कुछ भी हुआ है, उसके बावजूद रोहित की अब सबसे बड़ी परीक्षा टीम को एकजुट रखना होगा। अगर वह परीक्षा पास कर लेता है, तो वह एक अद्भुत कप्तान साबित होगा।