नई दिल्ली: एक अगस्त से इंग्लैंड व ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज से शुरू होने जा रही विश्व टेस्ट चैंपिनयशिप को आईसीसी ने सोमवार को आधिकारिक रूप से लॉन्च कर दिया है। इस सीरीज के साथ ही अगले दो वर्षों तक दुनिया की टॉप नौ टेस्ट टीमें चैंपियन बनने के लिए मशक्कत करती हुई नजर आएंगी। इस चैंपियनशित के तहत एक टीम को अगले साल तक कुल मिलाकर 6 टेस्ट सीरीज खेलनी होंगी। इसमे 3 सीरीज घरेलू होंगी और 3 सीरीज विदेशी सरजमीं पर खेली जाएंगी। अंत में जिन दो टीमों के अंक सबसे ज्यादा होंगे उनको जून 2021 में लॉर्ड्स के मैदान पर फाइनल मैच खेलना होगा। इस फाइनल का विजेता टेस्ट चैंपियनशिप का विजेता कहलाएगा।
इस सीरीज पर भारत की नजरें भी मजबूती से जमी हुई हैं। टीम इंडिया इस समय विश्व टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पर विराजमान है और भारत को पाकिस्तान व श्रीलंका को छोड़कर बाकि सभी टॉप टेस्ट क्रिकेट देशों के साथ मुकाबला करना है। विराट कोहली इस चैंपियनशिप से खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। उन्होंने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में विश्व टेस्ट चैंपिनयशिप पर बात करते हुए कहा- हम आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपिनयशिप के शुरू होने इंतजार कर रहे हैं, जो क्रिकेट के सबसे बड़े प्रारूप को और भी ज्यादा रोमांचक बनाएगी।
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कोहली ने आगे कहा- 'टेस्ट क्रिकेट बहुत चुनौतीपूर्ण है और परंपरागत फार्मेट में शीर्ष पर आना हमेशा से ही संतोष देता है। भारतीय टीम ने हाल के वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में काफी अच्छा किया है और हम इस चैंपियनशिप को जीतना चाहेंगे।'
इस सीरीज में भारत का प्रोग्राम विंडीज के दौरे पर (अगस्त 2019) 2 टेस्ट खेलेगी वहीं घरेलू दौरे पर अक्टूबर-नवंबर (2019) में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3 टेस्ट मैच खेलेगी। नवंबर में बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू मैदान पर 2 टेस्ट मैच की सीरीज आयोजित होगी। फरवरी 2020 में टीम इंडिया, न्यूजीलैंड के दौरे पर जाएगी जहां दो टेस्ट मैच खेलेगी। दिसंबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार टेस्ट मैच खेलेगी। जनवरी-फरवरी (2021) में भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर 5 टेस्ट मैच खेलेगी।