दो सेट में लिया गया टेस्ट
इस टेस्ट को वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) कंडक्ट करती है। इस टेस्ट में दो सेट हैं, जिसमें पहला यूरिन टेस्ट और फिर इसके 45 मिनट के बाद ब्लड टेस्ट होता है। ऐसा ही कुछ जसप्रीत बुमराह के साथ भी हुआ है। बीसीसीआई ने भी इस खबर की पुष्टि की है कि बुमराह को डोपिंग टेस्ट के लिए ले जाया गया है। बीसीसीआई के एक सूत्र ने पुष्टि की कि बुमराह को डोपिंग टेस्ट के लिए वास्तव में लिया गया था। हालांकि, सूत्र ने यह नहीं बताया कि कोई अन्य खिलाड़ी डोपिंग टेस्ट से गुजरने वाला है या नहीं।
टीम के लिए हैं अहम
बता दें कि बुमराह 'याॅर्कर किंग' नाम से मशहूर हैं। उनके होने से टीम की गेंदबाजी ताकत चाक गुना बढ़ जाती है। वह टीम के लिए अहम खिलाड़ी रहेंगे। बुमराह ने आईपीएल में भी मुंबई इंडियंस के लिए अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन बुमराह के लिए ये पहला वर्ल्ड कप है जबकि आइसीसी का दूसरा टूर्नामेंट बुमराह खेलते नजर आएंगे। इससे पहले बुमराह 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी में नजर आए थे। अब यह देखना बाकी है कि बुमराह फिर से कैसे बल्लेबाजों पर भारी पड़ते हैं।
सचिन का खुलासा, मैं 2007 में लेना चाहता था संन्यास, लेकिन इस दिग्गज ने मुझे रोका
डेथ ओवरों के हैं 'स्पेशलिस्ट'
डेथ ओवर्स में घातक गेंदबाजी उनकी खासियत हैं। वे 49 वनडे में 22.15 की औसत से 85 विकेट ले चुके हैं। वे इसके अलावा 42 टी20 मैचों में 51 और 10 टेस्ट मैचों में 49 शिकार भी कर चुके हैं। बुमराह आईसीसी वनडे रैंकिंग में लंबे समय से दुनिया के नंबर एक गेंदबाज बने हुए हैं। इंग्लैंड की परिस्थितों में उनसे शानदार प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही हैं। उम्मीद है कि वह यहां भी डेथ ओवरों में पहले की तरह ही खतरनाक गेंदबाजी पेश करेंगे। बुमराह को डेथ ओवरों का दुनिया का सबसे बेहतर गेंदबाज माना जाता है।