डीन एल्गर (Dean Elgar)
साउथ अफ्रीकी सरजमीं पर भारतीय टीम के जीत हासिल करने के सपने को तोड़ने में सबसे बड़ी बाधा कप्तान डीन एल्गर साबित हो सकते हैं जो कि पारी का आगाज भी करते हैं। साउथ अफ्रीकी पिचों पर गेंदबाजों को उछाल मिलती है जिसकी वजह से यहां पर किसी भी दौरा करने वाली टीम के लिये रन बनाना आसान नहीं होता है। हालांकि यह पिच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के मुकाबले काफी अलग होती है, जिसकी वजह से भारत के लिये ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की सफलता दोहरा पाना आसान नहीं होगा।
डीन एल्गर की बात करें तो वो साउथ अफ्रीका के लिये मौजूदा समय के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज हैं, जिन्होंने 69 मैचों की 120 पारियों में 39.16 की औसत से 4347 रन बनाये हैं। इस दौरान एल्गर ने 13 शतक और 17 अर्धशतकीय पारियां भी खेली हैं। ऐसे में भारतीय टीम के लिये इस बल्लेबाज को शांत रखना बहुत जरूरी होगा।
एडेन मार्करम (Aiden Markram)
एडेन मार्करम ने साउथ अफ्रीकी क्रिकेट टीम के लिये बेहद कम समय में कई अच्छी पारियां खेलकर अपनी अलग पहचान बनायी है। वो टेस्ट क्रिकेट में लंबी और आक्रामक पारियां खेलने के लिये मशहूर हैं। मार्करम 26 मैचों की 47 पारियों में 39.65 की औसत से 1824 रन बना चुके हैं जिसमें 5 बार शतक और 9 बार अर्धशतकीय पारियां शामिल हैं। एडेन मार्करम साउथ अफ्रीकी क्रिकेट टीम के लिये पिछले कुछ सालों में निरंतरता के साथ खेल पाने वाले कुछ एक बल्लेबाजों की लिस्ट में शामिल हैं जो कि भारत के खिलाफ बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं। रनों की रफ्तार को परिस्थिति के हिसाब से घटाने और बढ़ाने की क्षमता उन्हें भारतीय टीम की जीत में सबसे बड़ा रोड़ा बनाती है।
रैसी वैन डार दुसैं (Rassie van der Dussen)
साउथ अफ्रीकी टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक पिता बनने वाले हैं जिसके चलते वह सीरीज के पहले मैच के बाद टीम के साथ नजर नहीं आयेंगे। ऐसे में मध्यक्रम बल्लेबाजी में डिकॉक की जिम्मेदारी को रैसी वैन डार दुसैं उठा सकते हैं जिन्होंने घरेलू स्तर पर रनों का अंबार लगाने के बाद अंतर्राष्ट्रीय टीम में जगह बनायी और सीमित ओवर्स प्रारूप में ताबड़तोड़ पारियां खेलने के बाद टेस्ट टीम का हिस्सा बने। दुसैं ने अपने टेस्ट करियर में अब तक 10 मैचों की 17 पारियों में 38.12 की औसत से 610 रन बनाये हैं और इस दौरान वो 6 बार अर्धशतकीय पारियां खेल चुके हैं। टेस्ट शतक का खाता खोलने से वो एक बार 2 रन से चूक गये थे लेकिन भारतीय टीम के खिलाफ वो अपने इन आंकड़ों में सुधार करने की कोशिश करते नजर आयेंगे। अगर दुसैं पहले मैच में अच्छी पारी खेल जाते हैं तो भारतीय गेंदबाजों के लिये उन्हें रोक पाना लगभग नामुमकिन हो जायेगा।