नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के युवा गेंदबाज मोहम्मद सिराज हाल ही में 3 महीने तक इंडियन प्रीमियर लीग खेलने के बाद इंडियन टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर सीरीज खेलने पहुंचे हैं। घर से लगातार 4 महीनों से दूर रहने वाले इस गेंदबाज के पिता मोहम्मद गास पिछले काफी समय से फेफड़ों की समस्या से जूझ रहे थे, जिसके बाद पिछले हफ्ते 53 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। पिता की मौत के बाद मोहम्मद सिराज को बीसीसीआई ने भारत लौटने का विकल्प दिया लेकिन इस खिलाड़ी ने टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया में ही रुकने का फैसला किया।
मोहम्मद सिराज इस समय ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज की तैयारी कर रहे हैं। इस दौरान बीसीसीआई टीवी ने इस खिलाड़ी का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें उन्होंने इस बात का खुलासा किया है कि आखिर वो किसके कहने पर देश न लौटकर ऑस्ट्रेलिया में ही रुकने का फैसला किया।
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वीडियो में सिराज ने कहा,' मैं टीम के सभी साथियों का आभारी हूं जिन्होंने मेरे मुश्किल समय में साथ दिया और मेरी हर चीज का ख्याल रखा। इस दौरान जब मैं लौटना चाह रहा था तो विराट भाई ने मुझसे बात की और कहा कि मियां तनाव मत लो और मजबूत बनो। याद रखो कि तुम्हारे पिता चाहते थे कि तुम देश के लिये खेलो तो तनाव लेकर तुम उनके लिये वही करो। अगर तुम इस वक्त अपने आप को संभाल कर मजबूत बने रहे तो आगे काफी मदद मिलेगी। विराट भाई की बातें सुनकर काफी पॉजिटिव महसूस हुआ और मैंने ऑस्ट्रेलिया में रुकने का फैसला किया।'
वहीं सिराज ने आगे बताया कि इस दौरान उनकी मां ने भी उन्हें समझाया और देश न लौटने के लिये कहा। सिराज ने बताया कि जब अम्मी से बात हुए तो उन्होंने कहा कि एक दिन सभी को जाना होता है, आज तुम्हारे पिता गये कल को मैं भी हो सकती हूं। पर इसका मतलब यह नहीं कि तुम सब छोड़ दो जिसके लिये इतनी साल मेहनत की है। तुम वही करो जो तुम्हारे पिता चाहते थे, भारत के लिये खेलो। भले ही शारीरिक रूप से वह साथ नहीं हों लेकिन वह जहां भी हैं तुम्हे देश के लिये खेलता देख खुशी महसूस करेंगे।
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गौरतलब है कि मोहम्मद सिराज के क्रिकेटर बनने के सपने को सच करने के पीछे उनके पिता ने काफी त्याग किया। वह ऑटो रिक्शा चलाते थे लेकिन सिराज को कभी भी सुविधाओं की कमी नहीं होने दी।
पिता के निधन के बाद सिराज ने कहा था कि उन्होंने आज अपने सबसे बड़े फैन को खो दिया जिनका एक ही सपना था कि वो मुझे देश के लिये खेलता देखें और मैं वहां पर अच्छा प्रदर्शन करूं। मैं अपने देश के लिये खेलकर उनके सपने को साकार करना चाहता हूं।