नई दिल्ली। एशिया कप 2018 का फाइनल मुकाबला शुक्रवार को भारत बनाम बांग्लादेश के बीच खेला गया। इस मुकाबले में भारत ने पहले टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला लिया। वहीं एक समय लिटन दास और हसन की जोड़ी ने भारत के इस फैसले पर संकट खड़ा कर दिया जब दोनों सलामी बल्लेबाजों के बीच शतकीय साझेदारी हुई। वहीं लिटन दास ने शानदार शतक भी जड़ा। हालांकि केदार जाधव ने एक बार फिर भारत को वापसी दिलाई और उसके बाद भारतीय गेंदबाज बांग्लादेश पर पूरी तरह से हावी दिखे और एक के बाद एक विकोटों की झड़ी लग गई। पूरी बांग्लादेश की टीम 222 रन पर ही सिमट गई। वहीं भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने भारतीय प्रशंसकों को काफी निराश किया। भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और शिखर धदन 15 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। रोहित का साथ देने आ अंबाती रायुडू भी कमाल नहीं कर पाए और 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। एक छोर से रोहित शर्मा ने विकेटों का पतन रोक रखा था लेकिन खुद रोहित शर्मा भी 48 रन बनाकर आउट हो गए। 222 रन के छोटे स्कोर को भी बांग्लादेश ने बड़ा बहादुरी से बचाए रखा।
इसके बाद भारत की जीत की जिम्मेदारी आई दिनेश कार्तिक और महेंद्र सिंह धोनी के कंधों पर इन दोनों खिलाड़ी ने मैदान पर समय तो बिताया लेकिन ज्यादा स्कोर नहीं कर पाए। धोनी 36 रन बनाकर मुस्तफिजुर का शिकार बने तो कार्तिक को महमुदुल्लाह ने अपना शिकार बनाया। केदार जाधव और रविंद्र जडेजा पारी को आगे बढ़ा ही रहे थे कि जाधव को रिटायर्ड हर्ड होना पड़ा जिसके बाद कुछ देर के लिए भुवनेश्वर कुमार और जडेजा ने भारत की पारी को संभाला। इसके बाद जडेजा 23 रन बनाकर रुबेल का शिकार हुए तो भुवनेश्वर को मुस्तफिजुर ने अपना निशाना बनाया। जडेजा के आउट होने के बाद भारत जाधव की वापसी हुई। जाधव और कुलदीप ने संभल कर खेलते हुए भारत को जीत दिलाई। अंतिम गेंद तक चले इस मुकाबले में भारत ने बामशक्कत जीत हासिल की।भारत ने सातवीं बार एशिया कप अपने नाम किया। भारत ने बांग्लादेश को 3 विकेट से हराकर साबित कर दिया कि विदेश हो या एशिया, क्रिकेट का चैंपियन भारत ही है।