1. श्रेयस अय्यर
सीरीज में श्रेयस अय्यर ने सबसे पहले सुर्खियां बटोरने का काम किया। उन्हें कानपुर टेस्ट में खेलने का माैका मिला। यह उनका पहला टेस्ट मैच था। अपने डेब्यू टेस्ट को खास बनाने के लिए अय्यर ने कोई कसर नहीं छोड़ी। अय्यर ने भारत की पहली पारी में टीम का स्कोर 345 तक पहुंचाने में अहम भूमिकान निभाई थी। अय्यर ने 5वें नंबर पर आते हुए 171 गेंदों में 105 रनों की पारी खेली, जिसमें 13 चाैके और 2 छक्के शामिल रहे। यह अय्यर का डेब्यू में ही बना पहला शतक रहा। अय्यर ने फिर दूसरी पारी में भी टीम को निराश नहीं किया। दूसरी पारी के दाैरान एक समय भारत ने 51 के स्कोर पर 5 विकेट गंवा दिए थे। लगा कि भारत जल्दी सिमट जाएगा, लेकिन अय्यर ने फिर 5वें नंबर पर आकर अपनी ताकत दिखाई। उन्होंने 125 गेंदों में 65 रन बनाते हुए टीम की पारी को संभाला। अय्यर को इस प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच अवार्ड से भी नवाजा गया। हालांकि अय्यर दूसरे मैच में 18, 14 रनों की पारियां खेल सके, लेकिन उन्हें डेब्यू टेस्ट के जरिए बता दिया कि वह आने वाले समय में उपयोगी साबित हो सकते हैं।
2. अक्षर पटेल
क्रिकेटर विशेषज्ञों ने ऑलराउंडर अक्षर पटेल के प्रदर्शन को देख भी हैरानी जताई है। पटेल ने ना सिर्फ गेंदबाजी में बल्कि बल्लेबाजी में भी खूब धमाल मचाया। वह सीरीज में सबसे चर्चित खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। अक्षर ने पहले टेस्ट की पहली पारी में 3 रन बनाए थे, लेकिन दूसरी पारी में नाबाद 28 रनों का योगदान दिया था। इसके अलावा जब दूसरे टेस्ट में बारी आई तो उन्होंने पहली पारी में 52 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली। फिर दूसरी पारी में महज 26 गेंदों में नाबाद 41 रन बना दिए थे, जिसमें 3 चाैके तो 4 छक्के शामिल थे। वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने कुल 9 विकेट चटकाए। पहले टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 5 विकेट लिए थे। दूसरी पारी में उन्होंने 1 विकेट निकाला। फिर दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 9.1 ओवर में 14 रन देकर 2 विकेट तो दूसरी पारी में 1 विकेट अपने नाम कर टीम को जीत दिलाने में अहम योगदान दिया।
3. रविचंद्रन अश्विन
अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने टीम मैनेजमेंट को एक बार फिर दिखा दिया है कि उन्हें नजरअंदाज करना गलत होगा। अश्विने ने अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए टेस्ट सीरीज में मेहमान टीम को खूब परेशानी में डाला। वह सीरीज में सबसे अधिक विकेट चटकाने वाले भारतीय गेंदबाज रहे। उन्होंने दो मैचों में कुल 14 विकेट लिए, साथ ही बल्ले से भी रन बनाए। अश्विन ने पहले टेस्ट की पहली पारी में तीन तो दूसरी पारी में भी 3 विकेट लिए। फिर दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 4 विकेट लिए, जबकि दूसरी पारी में भी 4 विकेट लेकर टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। कानपुर में हुए पहले टेस्ट के दाैरान अश्विन ने 38, 32 रनों की पारिंया भी खेलीं थी। यही नहीं, इस सीरीज के दाैरान अश्विन ने कई रिकाॅर्ड्स अपने नाम कर सुर्खियां बटोरने का काम किया। अश्विन टेस्ट में भारत में सबसे तेज 300 विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। अश्विन ने अनिल कुंबले को पछाड़ा जिन्होंने 52 मैचों में अपनी सरजमीं पर 300 विकेट लिए थे। इसके अलावा विकटों के मामले में अश्विन ने हरभजन सिंह को भी पीछे छोड़ दिया है।