कप्तानी छोड़ने से कभी नहीं गया रोका
अफवाहों का बाजार बहुत ज्यादा गर्म हो जाने के बाद विराट कोहली ने बुधवार को सामने आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि मैं 2.5 साल से यह बात दोहरा रहा हूं कि हमारे बीच ऐसा कोई विवाद नहीं है और बार-बार मैं यह बात नहीं दोहराउंगा। कोहली ने उन खबरों का भी खंडन किया जिसमें उनके वनडे सीरीज से ब्रेक लेने का दावा किया गया था। उन्होंने साफ किया कि मैंने कभी भी चयन को लेकर अनुपल्बधता नहीं जतायी है। इस दौरान जब उन्होंने कप्तानी की मुद्दे पर बात की तो उनके बयान ने बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच कम्युनिकेशन गैप का पर्दाफाश कर दिया है।
उन्होंने कहा,'जब मैंने टी20 प्रारूप की कप्तानी छोड़ी तो मैंने बीसीसीआई को अपने निर्णय से अवगत कराया। मैंने उन्हें अपने फैसले के पीछे के नजरिये और कारणों को बताया, जिसे बोर्ड ने अच्छे से स्वीकार किया। वहां पर कोई भी हिचकिचाहट नहीं थी, मुझे किसी ने यह नहीं कहा कि टी20 की कप्तानी नहीं छोड़नी चाहिये, बल्कि मेरे इस कदम को टीम के हित में लिया गया सही फैसला माना गया। इसके बाद मैंने यह भी कहा कि मैं वनडे और टेस्ट की कप्तानी तब तक जारी रखना चाहूंगा जब तक कि चयनकर्ताओं को यह न लगे कि मुझे यह जिम्मेदारी उठानी छोड़ देनी चाहिये। तो मेरी तरफ से बात बिल्कुल साफ कर दी गई थी। अब अगर चयनकर्ताओं और अधिकारियों को यह लगता है कि मुझे कप्तानी नहीं करनी चाहिये तो यह पूरी तरह से उनका फैसला है।'
सबसे बड़े झूठे हैं सौरव गांगुली
गौरतलब है कि विराट कोहली के इस बयान ने सौरव गांगुली के बयान को न सिर्फ झुठलाया है बल्कि बोर्ड और कोहली के बीच कम्युनिकेशन गैप पर भी जोर दिया है। ऐसे में फैन्स कोहली के साथ हुए इस बर्ताव को लेकर सौरव गांगुली से बहुत ज्यादा खफा हो गये हैं और उनकी आलोचना करते हुए उनसे बीसीसीआई अध्यक्ष के पद से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर गांगुली की काफी आलोचना हो रही है और लोग उन्हें राजनेताओं की तरह झूठा बता रहे हैं।
एक ट्विटर यूजर ने इसको लेकर लिखा,'2001 में सौरव गांगुली सफेद बॉल के दिग्गज माने जाते थे, 2011 में गांगुली भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े कप्तान माने जाते थे लेकिन 2021 में सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े झूठे बन गये हैं।'
वाहियात और शर्मनाक है बीसीसीआई का रवैया
वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा है कि समस्या इस बात की नहीं है कि कोहली को कप्तानी से हटाया गया है, बल्कि समस्या इस बात की है कि उन्हें आखिरी मौके पर इस बारे में बताया गया। आप अपने सबसे बेस्ट खिलाड़ियों के साथ ऐसा बर्ताव नहीं कर सकते। बीसीसीआई और सौरव गांगुली का यह रवैया पूरी तरह से वाहियात और शर्मनाक है।
वहीं कोहली के इस बयान को लेकर कई यूजर्स सौरव गांगुली से जवाब मांग रहे हैं कि अब वो अपने झूठे दावे को लेकर क्या कहना चाहेंगे।
गांगुली को बीसीसीआई अध्यक्ष पद से दे देना चाहिये इस्तीफा
गौरतलब है कि विराट कोहली के इस बयान के बाद कई फैन्स का मानना है कि झूठ की पोल खुलने के बाद सौरव गांगुली को बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिये। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि जिस तरह से चीजें घटी हैं उसने भारतीय क्रिकेट को एक मजाक बना दिया है, गांगुली को इसकी जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे देना चाहिये।