नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के युवा सलामी बल्लेबाज के लिये भले ही अंतर्राष्ट्रीय करियर में ज्यादा समय नहीं बीता हो लेकिन इस युवा सलामी बल्लेबाज ने अब तक कई उतार-चढ़ाव देख लिये हैं। जूनियर क्रिकेट में इस खिलाड़ी ने शानदार प्रदर्शन कर सभी को प्रभावित किया और 2018 की अंडर-19 विश्वकप विजेता टीम का भी हिस्सा रहे। इसके कुछ महीनों के बाद शॉ को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिये डेब्यू करने का मौका मिला और वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेलते हुए शॉ ने मैच जिताऊ शतकीय पारी खेली। जैसे ही लगा कि शॉ ने भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है, तभी उनके चमचमाते करियर पर ब्रेक लग गया।
पृथ्वी शॉ को 2019 में डोपिंग संबंधी नियमों का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया और 8 महीने का बैन लग गया। शॉ ने एक खांसी की दवा का सेवन किया था जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ था और उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी, फिर भी उन्हें प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन करने के मामले में दोषी पाया गया और शॉ के लिये यह 8 महीने बेहद कठिन गुजरे।
हाल ही में हुई एक बातचीत के दौरान पृथ्वी शॉ ने इस बात का खुलासा किया कि कैसे बैन से वापस आने के बाद मजबूती से कमबैक करने के लिये 2018 की अंडर-19 की विश्व कप टीम में कोच रहे राहुल द्रविड़ से बात की और उनकी बातों ने कैसे डटे रहने के लिये प्रेरित किया।
इंडियन एक्सप्रेस के साथ बात करते हुए शॉ ने राहुल द्रविड़ के साथ अपनी बातचीत को याद किया और कहा,'यह सब जीवन का एक हिस्सा है। सब ठीक है वो मेरी गलती नहीं थी और मैंने पहले से ज्यादा मजबूती के साथ वापसी की। उस मुश्किल समय में राहुल सर ने मुझसे बात की और मुझे आगे बढ़ने के लिये प्रेरित किया। इससे काफी अच्छा लगा।'
गौरतलब है कि नवंबर 2019 में पृथ्वी शॉ का बैन खत्म हुआ लेकिन इस खिलाड़ी ने अपना नाम बनाने में ज्यादा वक्त नहीं लगाया और घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर न्यूजीलैंड के खिलाफ 2020 में खेली गई सीरीज में वापसी की। मौजूदा समय में 21 साल का यह युवा बल्लेबाज 13 जुलाई से श्रीलंका के खिलाफ शुरू होने वाली सीमित ओवर्स प्रारूप की सीरीज की तैयारी कर रहा है।
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आपको बता दें कि भारतीय टीम को इस दौरे पर 3 मैचों की वनडे और 3 मैचों की टी20 सीरीज खेलनी है, जहां पर उम्मीद जताई जा रही है कि पृथ्वी शॉ को सभी प्रारूप की प्लेइंग 11 में मौका दिया जायेगा। भारतीय टीम के साथ इस दौरे पर शॉ के पुराने कोच राहुल द्रविड़ भी गये हैं। ऐसे में यह देखना शानदार होगा कि शॉ-द्रविड़ की जोड़ी भारत के लिये क्या लेकर आने वाली है। जहां एक ओर पृथ्वी शॉ काफी शानदार फॉर्म में नजर आये हैं तो वहीं पर श्रीलंकाई गेंदबाजों को उनके घर पर कम आंकना बड़ी गलती साबित हो सकता है।