नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम में नए युवा खिलाड़ियों के आने के कारण कुछ खिलाड़ी नजरअंदाज होने जा रहे हैं। अगर किसी को माैका मिल रहा है तो सिर्फ एक ही फाॅर्मेट में। वो टेस्ट भी हो सकता है या वनडे, टी20 भी। भारतीय क्रिकेट टीम के पेसर उमेश यादव भी इस स्थिति के कारण निराश होते दिखे हैं। उमेश को सिर्फ टेस्ट में आजमाया जा है लेकिन अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद वनडे, टी20 में जगह नहीं मिल रही।
माैजूदा समय न्यूजीलैंड दाैरे पर वनडे, टी20 सीरीज के बाहर उमेश ने कहा कि मैं भी इंसान हूं, वनडे या टी20 में खेलने का माैका तो दिया जाए। उन्होंने कहा, ''उमेश सीमित ओवरों के फॉर्मेट में वापसी को बेताब हैं। भला ऐसा कौन सा खिलाड़ी है जो मैदान से बाहर बैठना चाहता है। मैं सीमित ओवरों में वापसी करने को बेताब हूं। मैं भी इंसान हूं। मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं और सीमित ओवरों में खेलना चाहता हूं। माैका तो दिया जाए।''
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उमेश ने 2015 वनडे वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। उन्होंने 8 मैचों में 18 विकेट लिए थे। उमेश ने 24 अक्तूबर 2018 को अंतिम वनडे मैच खेला था। वह 75 मैचों में 106 विकेट ले चुके हैं, लेकिन ऐसा प्रदर्शन के बावजूद वे सीमित ओवरों के मैचों से बाहर हैं। वह पिछले साल हुए विश्व कप में भी शामिल नहीं थे। इसपर उन्होंने कहा, ''मुझे 2015 वर्ल्ड कप में जगह मिली थी, तब काफी बुरा लगा था। अब चाहे टी20 हो या वनडे, मैं वापसी करने को बेताब हूं। मैं सिलेक्टर्स के लिए शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने देश के लिए खेलने का मौका दिया। वे बेस्ट जज हैं। मैं वाइट बॉल क्रिकेट में वापसी के लिए अपना बेस्ट देने की कोशिश कर रहा हूं। इसके लिए मुझे जो भी करना होगा, मैं करूंगा।''