नई दिल्ली। आईपीएल के 2018 में होने वाले 11वें संस्करण की नीलामी में मात्र तीन महीने बाकी हैं लेकिन खिलाड़ियों को रिटेन करने को लेकर आईपीएल फ्रेंचाइजियों में तकरार जारी है। आईपीएल की दो टीमों के मालिकों ने मंगलवार को इस T20 टूर्नमेंट के लिए खिलाड़ियों की नीलामी इंग्लैंड में करवाने का सुझाव रखा। लेकिन मुंबई में BCCI के साथ बैठक के दौरान अधिकतर फ्रैंचाइजी ने इसे नामंजूर कर दिया। जिसके बाद कहा जा सकता है कि जनवरी में होने वाली आईपीएल की नीलामी भारत में ही होगी। हालांकि इस पर भी अभी कुछ स्पष्ट फैसला नहीं आया है।
वहीं खिलाड़ियों के रिशेनशन के मुद्दे को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और आईपीएल फ्रेंचाइजियों के बीच मंगलवार को मुंबई में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई लेकिन फ्रेंचाइजी खिलाड़ियों के रिटेनशन संख्या को लेकर भी एकमत नहीं हो सकी और उन्होंने अलग अलग विचार व्यक्त किए। आईपीएल के चैयरमेन राजीव शुक्ला ने मंगलवार को कहा कि अगले संस्करण के रोडमैप को अंतिम रूप देने के लिए लीग की गवर्निग काउंसिल को समय की जरूरत है।
राजीव शुक्ला ने बैठक के बाद कई अहम जानकारियां दीं। बता दें कि यह बैठक सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की गई प्रशासकों की समिति (सीओए) की मौजूदगी में आयोजित की गई। शुक्ला ने कहा, "खिलाड़ियों की संख्या, खिलाड़ियों का वेतन, हिस्सा लेने वाली टीम, इन सभी मुद्दों पर चर्चा की गई। इसके अलावा स्थल, और नीलामी तथा उद्घाटन समारोह की तारीखों पर भी बात हुई। मेरा मानना है कि आने वाले दिनों में गवर्निग काउंसिल तारीखों पर अंतिम फैसला लेगी। आईपीएल में आठ टीमें होंगी या 10 इस पर भी बात हुई। अधिकतर फ्रेंचाइजियां चाहती हैं कि आठ टीमें ही रहें।" आईपीएल 2018 में दो पुरानी टीमें चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स अपना दो साल का निलंबन समाप्त करने के बाद वापिस लौट रही हैं।
राजस्थान रॉयल्स ने रिटेन करने की नीति और राइट टू मैच की नीति को समाप्त करने का सुझाव दिया, जबकि किंग्स XI पंजाब ने केवल दो खिलाड़ियों को ही रिटेन करने की सलाह दी। अधिकतर अन्य टीमें 3 से 5 खिलाड़ियों (रिटेन और राइट टू मैच सहित) को इस सूची में चाहते थे।
आईपीएल के अगले सीजन यानी सीजन 11 में एक नया और बड़ा नियम लागू हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईपीएल में यूरोपियन फुटबॉल लीग के एक नियम को लागू किया जा सकता है। जिसके तहत सीजन के बीच में खिलाड़ियों का एक टीम से दूसरी टीम में ट्रांसफर किया जा सकेगा। मिड डे के मुताबिक यदि किसी खिलाड़ी को सीजन के पहले सात मैचों में प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया है तो उसे ट्रांसफर के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। बशर्ते अन्य फ्रेंचाइजी उस खिलाड़ी में रुचि दिखा रहीं हों तब। हालांकि, इस मामले पर अंतिम फैसला आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के हाथों में है जो आगे होने वाली बैठकों में लिया जा सकता है।
बता दें कि आईपीएल में प्लेइंग इलेवन में सिर्फ 4 ही विदेशी खिलाड़ी खेल सकते है। ऐसे में कई खिलाड़ी बाहर बैठे रहते हैं। इसी को लेकर काफी सारे क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने सुझाव दिए हैं कि आईपीएल में सीजन के बीच में खिलाड़ियों को अदल-बदल और लोन पर लेने की व्यव्स्था होनी चाहिए।