30 गेंदों में ठोंके थे 91 रन
इस साल मुंबई इंडियंस के लिये खेलने वाले क्रिस लिन ने पिछले साल मराठा अरेबियंस का नेतृत्व करते हुए लीग में शानदार प्रदर्शन किया था। इस दौरान उन्होंने कई ताबड़तोड़ पारियां खेली लेकिन उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 30 गेंदों पर 91 रन रहा। ऐसे में मुंबई इंडियंस के लिये क्रिस लिन का अबुधाबी की पिच पर खेलने और रन बनाने का अनुभव काफी काम आ सकता है। हालांकि हाल ही में समाप्त हुई कैरेबियन प्रीमियर लीग में क्रिस लिन का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा और वो 9 मैचों में सिर्फ 150 रन ही बना सके।
उल्लेखनीय है कि परिस्थितियों और पिच की बात करें तो बारबाडोस और यूएई में काफी अंतर है और शायद इसी का फायदा क्रिस लिन उठाकर मुंबई इंडियंस को जीत दिलाने में कामयाब हों।
बल्लेबाजी के लिये शानदार लेकिन स्पिनर्स को मदद देती है अबु धाबी की पिच
अबु धाबी की पिच के मिजाज के बारे में बात की जाये तो यह हमेशा से बल्लेबाजों के मुफीद देखी गई है हालांकि इस मैदान पर स्पिनर्स काफी अहम भूमिका निभाते नजर आते हैं। ऐसे में मुंबई इंडियंस की टीम को देखा जाये तो चेन्नई के मुकाबले उसका स्पिन विभाग काफी कमजोर नजर आता है। ऐसे में मुंबई की टीम एक अतिरिक्त बल्लेबाज का फायदा ले सकती है जिसके पास मैदान पर न सिर्फ खेलने का बल्कि रन बनाने का भी अनुभव हो।
मुंबई इंडियंस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किये गये एक वीडियो में क्रिस लिन ने बात करते हुए कहा कि पिछले साल अबु धाबी में खेले गये टी10 लीग का हिस्सा बनना मेरी सबसे अच्छी यादों में से एक है। ऐसे में मैं उम्मीद करता हूं कि मैं एक बार फिर से इस मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर सकूं।'
मौका मिला तो अपना बेस्ट दूंगा
गौरतलब है कि चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ पहले मैच में क्रिस लिन का खेलना थोड़ा मुश्किल नजर आता है क्योंकि कोच महेला जयवर्धने ने साफ कर दिया है कि वह सलामी बल्लेबाज के रूप में रोहित शर्मा और क्विंटन डिकॉक की जोड़ी के साथ छेड़खानी नहीं करेंगे। वहीं ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज का मानना है कि वह किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करने को तैयार है।
उन्होंने कहा,'रोहित मौजूदा समय में दुनिया के बेस्ट खिलाड़ी हैं। मुंबई इंडियंस के लिये उनका योगदान शानदार रहा है। वहीं क्विंटन डिकॉक ने भी टीम के लिये एक बढ़िया विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका निभाई है। अगर मुझे प्लेइंग इलेवन में जगह मिलती है तो मैं अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा, खासतौर से वहां पर जिस क्रम पर आपको कोच जयवर्धने चाहते हैं, तो फिर यह सलामी बल्लेबाजी हो या फिर मध्यक्रम। आईपीएल में किसी भी टीम का हिस्सा बनना शानदार है लेकिन लीग की नंबर एक फ्रेंचाइजी के लिए चुना जाना काफी खास अहसास देता है।'