यूएई बन रहा पहला विकल्प
कोरोना वायरस के चलते बीसीसीआई ने पिछले साल भी आईपीएल का आयोजन यूएई में ही कराया था। वहीं पर भारत को इस साल टी20 विश्व कप की मेजबानी भी करनी है, जिसके बैकअप वेन्यू के तौर पर भारत ने यूएई को ही चुना हुआ है। ऐसे में अगर भारत के हालात में सुधार देखने को नहीं मिलता है तो बीसीसीआई टी20 विश्व कप को यूएई में ही शिफ्ट कर सकता है। बीसीसीआई जिस टाइम विंडो का इस्तेमाल करने की सोच रहा है अगर उसी में वह आईपीएल कराता है तो यूएई में उसके खिलाड़ी फ्रैंचाइजी के बायोबबल से निकलकर अपनी टीमों के बायोबबल में आसानी से प्रवेश कर जायेंगे और बिना कोई समय गंवाये टी20 विश्व कप का हिस्सा बन जायेंगे। बीसीसीआई टी20 विश्व कप की मेजबानी को लेकर जुलाई में फैसला लेगा।
इंग्लैंड भी साबित हो सकता है शानदार होस्ट
मौजूदा हालात को देखते हुए क्रिकेट के लिये अगर कोई इस समय सबसे सुरक्षित मेजबान देश है तो वो इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया हैं। 'टाइम्स ऑफ इंडिया' में छपी खबर के अनुसार बीसीसीआई दूसरे विकल्प के रूप में इंग्लैंड में भी मेजबानी के बारे में विचार कर रहा है। उल्लेखनीय है कि भारत को अगले महीने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेलने के लिये इंग्लैंड पहुंचना है जिसके बाद उसे 5 मैचों की टेस्ट सीरीज और सीमित ओवर्स की सीरीज भी खेलनी है। ऐसे में भारतीय टीम के वहां रहते हुए उसे बायोबबल का निर्माण करने में परेशानी नहीं होगी।
बीसीसीआई के आधिकारिक सूत्र के अनुसार आईपीएल के बचे हुए मैचों का आयोजन विदेश में ही किया जाना चाहिये जिसको लेकर पहले ही सुझाव मिल चुके हैं। इंग्लैंड इसका बेहतरीन विकल्प नजर आ रहा है। सितंबर के महीने में जहां यूएई में जबरदस्त गर्मी होती है तो वहीं पर इंग्लैंड का मौसम क्रिकेट के लिये काफी शानदार रहेगा। खिलाड़ियों के साथ-साथ प्रसारणकर्ता के लिये भी यह जगह पसंदीदा है क्योंकि टाइम जोन को देखते हुए यहां पर मैच टाइमिंग एडजस्ट की जा सकती है। वहीं विदेशी खिलाड़ी भी भारत के बजाय इंग्लैंड ट्रैवल करने में ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे।
ऑस्ट्रेलिया भी साबित हो सकता है अच्छा विकल्प
इस फेहरिस्त में ऑस्ट्रेलिया तीसरा विकल्प नजर आ रहा है जहां पर आईपीएल के बचे हुए मैचों का आयोजन कराया जा सकता है, हालांकि बीसीसीआई इस विकल्प का इस्तेमाल करे ऐसा कम ही होता नजर आ रहा है। कोरोना के कहर को देखते हुए अगर बीसीसीआई इस साल के टी20 विश्व कप की मेजबानी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को दे देता है तो आईपीएल के बचे हुए मैचों का आयोजन कराया जा सकता है, हालांकि इसके लिये ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड की सहमति जरूरी है।