इस वजह से है सबसे सफल टीम
क्रिकबज के साथ बात करते हुए आशीष नेहरा ने कहा कि आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स इकलौती ऐसी फ्रैंचाइजी है जो कभी यह कहती हुई नजर नहीं आती कि उसे सबकुछ आता है और हर समय अपने आप में कुछ नया करने की कोशिश करती रहती है।
उन्होंने कहा,'सीएसके की टीम को आप जब भी देखेंगे तो वो कभी भी खुद से संतुष्ट नहीं होते हैं। भले ही वह खिताब जीते हों या फाइनल तक पहुंचे हों, वो हमेशा अपनी गलतियों पर काम कर खुद में सुधार करने की कोशिश करते हुए नजर आते हैं। सीएसके की टीम कभी नहीं कहती कि उसे सब कुछ आता है, वह हमेशा गलतियों पर ध्यान देती है और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करती है। यही वजह है कि वह आईपीएल की सबसे सफल टीम है।'
जो कम गलतियां करता है उसे मिलता है खिताब
आशीष नेहरा का मानना है कि आईपीएल में उसी टीम के हाथ जीत लगती है जो कम गलतियां करता है। मुझे लगता है कि सीएसके की टीम बाकी फ्रैंचाइजियों के लिये आदर्श टीम साबित हो सकती है कि कैसे खिलाड़ियों को मैनेज किया जाये।
उन्होंने कहा,'बाकी सभी टीमों को सीखना चाहिये कि कैसे सीएसके ने अपने हर खिलाड़ी को आगे बढ़ने में अहम योगदान दिया है। अगले साल मेगा ऑक्शन होने के चलते शायद इन सभी खिलाड़ियों को 15वें सीजन में दोबारा एक साथ देखना मुश्किल होगा, लेकिन यह अभी तय नहीं है कि धोनी टीम की अगुवाई करेंगे या नहीं। हालांकि अगर मैं चेन्नई की विरासत पर कहूं तो हर वो खिलाड़ी जो इस टीम में आया है उसने अपना सबकुछ इसे आगे बढ़ाने में दिया है। जिस तरह से इस टीम ने प्रदर्शन किया है वह बाकी टीमों के लिये एक मिसाल है।'
सीएसके की टीम ने जीता चौथा खिताब
गौरतलब है कि महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने साल 2010 में अपना पहला खिताब जीता था जबकि अगले साल 2011 में उसे सफलता पूर्वक बचाने वाली पहली टीम बनी। इसके बाद साल 2018 में जब टीम बैन के बाद वापस लौटी तो सीएसके ने अपना तीसरा खिताब जीता। आपको बता दें कि साल 2019 में सीएसके की टीम को आखिरी गेंद पर हार मिली थी जिसके बाद 2020 में चेन्नई का प्रदर्शन खराब रहा और वो पहली बार प्लेऑफ तक नहीं पहुंच सकी।
आपको बता दें कि चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने इस सीजन जबरदस्त शुरुआत की और 14 मैचों में से 9 में जीत हासिल कर प्लेऑफ में जगह बनायी और उसके बाद सेमीफाइनल में दिल्ली कैपिटल्स को तो वहीं पर फाइनल में कोलकाता नाइट राइडर्स को हराकर खिताब अपने नाम किया।