नई दिल्ली। अमेरिका में एफ्रो अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फलॉयड की श्वेत पुलिस अधिकारी के हाथों मौत की खबर सामने आने के बाद से ही दुनियाभर में नस्लवाद का मुद्दा छाया हुआ है। नस्लवाद के खिलाफ न सिर्फ अमेरिका में बल्कि खेल जगत में भी खिलाड़ियों ने आवाज उठाते हुए अपने अनुभव को शेयर किया और क्रिकेट में इस पर लगाम लगाने के लिये कड़े नियम लाने की मांग की है। पिछले दिनों वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी, क्रिस गेल आदि खिलाड़ियों की ओर से नस्लवाद के मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई की मांग करने के बाद अब कैरिबियाई टीम के मौजूदा कप्तान जेसन होल्डर ने भी नस्लवाद को लेकर आईसीसी को कड़े नियम बनाने की मांग की है।
जेसन होल्डर का मानना है कि नस्लीय टिप्पणी करने वाले दोषी खिलाड़ियों को ठीक उसी तरह से सजा मिलनी चाहिये जैसे कि किसी खिलाड़ी को डोपिंग और मैच फिक्सिंग जैसे अपराध के लिये मिलती है।
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एक इटरव्यू के दौरान होल्डर ने कहा,' मुझे नहीं लगता कि डोपिंग और भ्रष्टाचार पर जो पेनाल्टी है नस्लवाद को लेकर उससे अलग होना चाहिए। अगर हमारे खेल में मुद्दे हैं तो हमें सभी को समान तरीके लेना चाहिए।'
होल्डर का मानना है कि खेल में नस्लवाद का मुद्दा उभर रहा है तो इसे गंभीरता से लेते हुए खेल में होने वाले बाकी अपराधों की तरह ही लेना चाहिए। मेरा मानना है कि खिलाड़ी को सीरीज से पहले डोपिंग और भ्रष्टाचार की तरह ही नस्लवाद को लेकर भी जानकारी देनी चाहिए।
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उन्होंने कहा, 'सीरीज से पहले डोपिंग रोधी और भ्रष्टाचार रोधी बैठक के साथ ही शायद हमें नस्लवाद रोधी बैठक भी करना चाहिए। मेरा संदेश साफ है कि इसे लेकर लोगों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षित किया जाना चाहिए। मैंने खुद कोई नस्लीय टिप्पणी नहीं सुनी लेकिन दूसरों को लेकर सुनी और देखी हैं। यह ऐसी चीज है जिसके साथ आप खड़े नहीं हो सकते।'
आपको बता दें कि क्रिकेट में नस्लवाद का मुद्दा उठने के बाद से कई खिलाड़ियों ने अपने करियर के दौरान हुए नस्लभेदी अनुभवों को साझा किया और इसके खिलाफ कड़े नियम बनाने की मांग की है।