साल 2017 में पाकिस्तान पड़ा भारी
दर्शकों को वो मैच भूला नहीं है, जब पाकिस्तान ने 2017 में भारत को बुरी तरह से हराकर चैंपियंस ट्राॅफी पर कब्जा किया था। उस समय भी टीम खिताब जीतने की प्रबल दावेदार थी। लेकिन पाकिस्तान की बल्लेबाजी भारतीय गेंदबाजों पर भारी पड़ गई थी। पाकिस्तान की टीम ने फखर जमान के 114 रनों की मदद से 4 विकेट पर 338 रन बना दिए थे, जबकि भारत की टीम जवाब में 158 पर ढेर होकर 180 रनों से हार गई थी।
तीन बार न्यूजीलैंड ने तोड़ा सपना
इसके बाद कोहली को ट्राॅफी उठाने के लिए न्यूजीलैंड ने रोका। 2019 वनडे विश्व कप में भी भारतीय टीम काफी मजबूत थी। टीम ने अच्छी शुरूआत के साथ सेमीफाइनल में प्रवेश किया था, लेकिन यहां आकर न्यूजीलैंड से सामना हुआ जहां 'विराट सेना' कमजोर साबित हो गई। न्यूजीलैंड ने पहले बैटिंग करते हुए 8 विकेट खोकर 239 रन बनाए थे। लगा कि भारत जीत जाएगा क्योंकि टारगेट कम था। लेकिन भारत ने शुरूआती 3 विकेट 5 के स्कोर पर गंवा दिए। देखते ही देखते पूरी भारतीय टीम 221 रनों पर ढेर हो गई और सेमीफाइनल में हार गई। इसके बाद आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में कोहली को झटका लगा जब भारत को न्यूजीलैंड से ही 8 विकेट से हार मिली। अब 2021 टी20 विश्व कप में एक बार फिर न्यूजीलैंड ने भारत का सपना तोड़ा। ग्रुप 2 में अगर न्यूजीलैंड अपना मैच अफगानिस्तान के खिलाफ हार जाता था तो भारत सेमीफाइनल में पहुंच सकता था। लेकिन कीवी टीम ने ऐसा नहीं होने दिया। कुल मिलाकर कोहली की कप्तानी में बड़े मैचों के दाैरान कीवी टीम भारी पड़ी है।
पिछले 8 साल से नहीं उठाई कोई ट्राॅफी
भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने पिछले 8 सालों से कोई ट्राॅफी नहीं उठाई है। साल 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम ने चैंपियंस ट्राॅफी जीती थी। वहीं 2012 में आईसीसी विश्व कप का खिताब जीता था। लेकिन जैसे ही धोनी ने कप्तानी छोड़ी तो कोहली की कमान में टीम के हाथ में ट्राॅफी नहीं लगी। अब कोहली अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट से कप्तानी भी छोड़ चुके हैं। नीमीबिया के खिलाफ होने वाले मैच से पहले कोहली ने अब तक 49 टी20आई मैंचों में भारत की कप्तानी की जिसमें 29 जीते हैं तो 16 हारे हैं। दो मैच टाई रहे। कोहली का यह प्रदर्शन बहुत बेहतर है, लेकिन उनके खाते में ट्राॅफी नहीं आ सकी।