नई दिल्ली; ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने सोमवार को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के (सीए) के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। टेलर ने यह कदम बाल टेंपरिंग घटना की समीक्षा के बाद उठाया है। समीक्षा में सीए के पदाधिकारियों के रवैये की आलोचना के चलते टेलर को यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। बता दें की टेलर का यह इस्तीफा एक ऐसे समय आया है जब चार दिन पहले ही सीए के अध्यक्ष डेविड पीपर को भी पद छोड़ना पड़ा था।
बॉल टेपरिंग घटना की समीक्षा रिपोर्ट पिछले सप्ताह आने के बाद से ही 54 वर्षीय टेलर रात को ठीक से सो भी नहीं पा रहे थे। यह बात सीए में सबसे लंबे समय तक निदेशक का पद संभालने वाले टेलर ने खुद स्वीकार की। टेलर ने बताया कि पिछले 18 सप्ताह काफी कठिन रहे।
टेलर ने आगे कहा, " पिछले दो सप्ताह तो और भी मुश्किल भरे बीते और ये वो समय था जब मुझे लगने लगा कि अब मैं अॉस्ट्रेोलियाई क्रिकेट में ज्यादा योगदान नहीं दे पाऊंगा। मैं अपनी ऊर्जा खो चुका हूं और मैं सोचता हूं कि ये किसी दूसरे योग्य व्यक्ति के आने के लिए सही समय है।"
टेलर ने कहा कि वह खिलाड़ियों की यूनियन और सीए के बीच के संबंधों को वापस बेहतर बनाने में जूझते रहे। गौरतलब है कि पहले से ही खटाई में चल रहे सीए और खिलाड़ियों के संबंधों में स्टीव स्मिथ और अन्य दो खिलाड़ियों को सजा देने से और भी ज्यादा गिरावट आ गई थी।
इस दौरान टेलर ने माना कि इस मामले के बाद उनकी भूमिका पहले से कही अधिक चुनौतीपूर्ण हो गई थी और कई बार ऐसे पेचीदा मामलों में संतुलन बनाए रखना आसान नहीं होता। बता दें कि पिछले छह महीनों के दौरान सीए बोर्ड से बाहर निकलने वाले टेलर तीसरे सदस्य है। इससे पहले पीवर और बॉब हर इस्तीफा दे चुके हैं। फिलहाल बोर्ड में अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर अर्ल एडिंग्स ने पद संभाला हुआ है।
गौरतलब है बॉल टेपरिंग विवाद ने अॉस्ट्रेलियाई क्रिकेट को मैदान के अंदर और बाहर काफी नुकसान पहुंचाया। एक तरफ जहां सीए का प्रशासनिक ढांचा भी इसकी चपेट में आया तो वहीं दूसरी ओर अॉस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम भी मैदांन में संघर्ष करती नजर आई है। यह टीम अपने पिछले तीन टेस्ट मैचों में दो में हार का मुंह देख चुकी है जबकी वन डे टीम पिछले 19 में से 17 मैच हार चुकी है।
टेलर के मुताबिक, "मेरे ख्याल से यह अॉस्ट्रेलियाई क्रिकेट को फिर से स्थापित करने का एक बढ़िया मौका है। यह उन बदलावों के द्वारा संभव हो सकता है जिनके बारे में सभी बाते कर रहे हैं। हमारी पुरूष क्रिकेट टीम संघर्ष कर रही है ऐसे में सबको एक साथ मिलकर अॉस्ट्रेलिया क्रिकेट की भलाई के लिए काम करना होगा।"