फाइनल का रोमांच होता है अलग
गौरतलब है कि आईपीएल के इतिहास में चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच 4 बार फाइनल मैच खेला जा चुका है जिसमें से 3 बार मुंबई इंडियंस ने जीत हासिल करने का काम किया है। चेन्नई की टीम ने 2010 में पहली बार मुंबई को हराकर अपना पहला खिताब जीतने का काम किया था लेकिन इसके बाद मुंबई ने 2013, 2015 और 2019 में चेन्नई को हराकर खिताब जीतने का काम किया।
2019 के आईपीएल फाइनल मैच के बारे में बात करते हुए शेन वॉटसन ने कहा,' आईपीएल में फाइनल मैच खेलना अपने आप में काफी बड़ी बात होती है लेकिन मुंबई इंडियंस के खिलाफ 2019 का फाइनल खेलना काफी बड़ा था। इस सीजन लीग स्टेज में मुंबई ने हमें दोनों मैचों में हराने का काम किया था और हमें पता था कि अगर हमें फाइनल मैच जीतना है तो हमें पूरा जोर लगाना होगा।'
पहली बार धोनी को देखा गुस्से में
वॉटसन ने आगे कहा कि हमने फाइनल मैच में दबाव बनाने का काम किया लेकिन वो आखिरी गेंद और रन आउट ने मैच बदल दिया।
उन्होंने कहा,'हमारे लिये फाइनल्स कैसा रहा। हम मुंबई के ऊपर दबाव बनाने में कामयाब रहे और पूरे मैच में टॉप पर रहे। हालांकि वो आखिरी गेंद, हे भगवान, वो पहला मौका था जब मैंने चेजिंग रूम में धोनी के चेहरे पर फ्रस्टरेशन देखी और वह थोड़ी देर के लिये ही था। सीएसके के साथ खेले गये मेरे समय में यह पहला और आखिरी मौका था जब मैंने धोनी को गुस्से में देखा।'
आखिरी गेंद तक चला था रोमांचक मैच
गौरतलब है कि मुंबई और चेन्नई के बीच खेले गये इस मुकाबले में मुंबई की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर्स में 8 विकेट खोकर 149 रन बनाने का काम किया। वहीं गेंदबाजी में भी मुंबई ने अच्छी शुरुआत करते हुए सीएके के 4 विकेट 82 रन पर हासिल कर लिये थे। धोनी-वॉटसन ने पारी को संभालते हुए मैच को रोमांचक तरीके से आगे बढ़ाने का काम किया और आखिरी ओवर तक ले गये जहां पर चेन्नई को 6 गेंदों में 9 रन की दरकार थी। मलिंगा ने इस ओवर में शानदार गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 6 रन दिये और एक विकेट भा हासिल किया जिसके चलते मुंबई की टीम ने चौथी बार खिताब जीतने का काम किया।