सेमीफाइनल से पहले 'पूर्व स्पिनर' की शरण में धोनी
खासकर स्पिनर्स के खिलाफ वे बड़े छक्के लगाने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। इस कारण उन्होंने कुछ मैचों में ऐसी पारियां भी खेली हैं जो मैच की परिस्थितियों के लिहाज से काफी धीमी कहीं जा सकती हैं। खासकर इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई पारी के बाद तो जैसे आलोचक उन पर बुरी तरह टूट पड़े। लगे हाथों मीडिया में धोनी के रिटायरमेंट की खबरें भी चलने लगी। इन सबके बीच धोनी एक बार फिर से अपनी बल्लेबाजी पर नए सिरे से काम कर रहे हैं और इसके लिए उन्होंने एक खास इंसान की मदद ली है। यह खास हस्ती और कोई नहीं बल्कि टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री हैं।
स्पिनर्स को खुलकर नहीं खेल पा रहे हैं धोनी
शास्त्री को लोग एक ओपनर के तौर पर उनकी कुछ शानदार पारियों के अलावा जबरदस्त मैन मैनेजमैंट स्किल के लिए भी जानते हैं। टीम इंडिया को बनाने में उन्होंने समय लिया है लेकिन उनके काम का नतीजा आज सबके सामने है। लेकिन इन सबके बीच शास्त्री की बतौर स्पिनर काबिलियत कहीं छुप जाती है। आपको बता दें कि शास्त्री ने अपने क्रिकेट करियर में 151 टेस्ट विकेटों के अलावा 129 वनडे विकेट भी लिए हैं। इसका मतलब साफ है कि शास्त्री स्पिन गेंदबाजी की कला के बारे में एक या दो बातें बहुत अच्छे से जानते हैं। ऐसे में धोनी को कोच के साथ लंबे समय तक बातचीत करते हुए देखा गया है। इस दौरान धोनी ने स्पिनर्स को और अच्छे से खेलने के बारे में शास्त्री से बात की।
स्पिन खेलने के लिए नए सिरे से चल रहा है काम
यह वाकया भारतीय टीम के वैकल्पिक ट्रेनिंग सेशन के दौरान का है। इस लंबी बातचीत के दौरान शास्त्री धोनी को अंगुलियों और कलाई के जरिए गेंदों की मूवमेंट को समझा रहे थे जिसको धोनी बहुत ही ध्यान से सुन रहे थे। यह बातचीत लगभग 20 मिनट तक चली और शास्त्री अपनी कलाई की विभिन्न मुद्राओं की सहायता से धोनी को स्पिन गेंदबाजी समझने की कला बताते रहे। खासकर हवा में किस तरह से गेंद ड्रिफ्ट करती है उसके बारे में भी उन्होंने धोनी को बताया। इसके बाद धोनी पिच को चैक करने के लिए चले गए और शास्त्री हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड में ड्रेसिंग रूम की ओर चले गए।
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