नई दिल्ली। दुनिया भर में फैली महामारी कोरोनावायरस के बीच पाकिस्तान क्रिकेट टीम अगले महीने से टेस्ट और टी20 सीरीज खेलने के लिये इंग्लैंड दौरे पर पहुंची है। पाकिस्तान क्रिकेट टीम इस दौरे के लिये एक महीने पहले पहुंच गई थी जिसके बाद उसके खिलाड़ियों को 14 दिन तक क्वारंटीन में रहना पड़ा। वहीं क्वारंटीन के बारे में बात करते हुए पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी मुदस्सर नजर ने बताया कि अगर 90 के दशक में यह महामारी हुई होती और उस वक्त की पाकिस्तान टीम को इस तरह से क्वारंटीन में रहना पड़ता तो ज्यादातर खिलाड़ी आपस में लड़ पड़ते और किसी न किसी का सिर फोड़ देते।
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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की नेशनल क्रिकेट अकादमी के चीफ रहे मुदस्सर ने दावा किया है कि उन्हें बताया गया है कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए इंग्लैंड में बनाए जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण में खिलाड़ी बोर हो रहे हैं और थकान महसूस कर रहे हैं।
मुदस्सर ने एक पाकिस्तानी न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा, 'मुझे नहीं लगता कि इस तरह का माहौल क्रिकेट के लिए आदर्श है। मैंने सुना है कि कोविड-19 से जुड़ी पाबंदियों के कारण इंग्लैंड में खिलाड़ी ऊब रहे हैं और थकान महसूस कर रहे हैं। मैं हैरान हूं कि अगर 1990 के दशक की तरह की टीम को इस तरह कोरोना वायरस के हालात में रहना पड़ता को क्या होता। मुझे लगता है कि अब तक कुछ खिलाड़ी लड़ने लगते और एक दूसरे को नुकसान पहुंचाने पहुंच जाते।'
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आपको बता दें कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम को 5 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है, जिसके बाद उसे 3 मैचों की टी20 सीरीज खेलनी जायेगी। फिलहाल इंग्लैंड की टीम वेस्टइंडीज के साथ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है जिसका आखिरी मैच 24 जुलाई से मैनचेस्टर के मैदान पर खेला जायेगा। दोनों टीमों के बीच फिलहाल सीरीज 1-1 की बराबरी पर है।