नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के अपसी ताल्लुकात के बारे में पूरी दुनिया से कुछ भी छिपा नहीं है। देश के अपने संबंधों के खराब होने के नाते यह दोनों मुल्क क्रिकेट के मैदान पर लंबे अर्से से द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेले हैं। दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड एक बार फिर आमने सामने आ गए हैं।पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड आईसीसी के पास पहुंच गया है और उसने बीसीसीआई पर 70 मिलियन डॉलर यानी करीब 500 करोड़ रुपए देने का दावा किया है। इस मामले की सुनवाई सोमवार 1 अक्टूबर से आईसीसी के पास दुबई में शुरु हो रही है। इस बीच आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने बयान दिया है।
As far as BCCI vs Pakistan Cricket Board dispute is concerned,my own view is that both the Boards should resolve it amicably instead of lingering it in ICC. BCCI always wanted to play with Pak but there are certain issues,we need govt nod to go to Pak to play matches:Rajiv Shukla pic.twitter.com/5O2JG9i1yA
— ANI (@ANI) September 30, 2018
Wherever international matches are organised by ICC or Asian Cricket Council, we always play with Pakistan, this time we played at a neutral venue. There is no question of paying money to Pakistan Cricket Board: IPL Chairman Rajiv Shukla pic.twitter.com/tUUnInZWdS
— ANI (@ANI) September 30, 2018
उनका कहना है कि हां तक मेरी राय है तो बीसीसीआई और पीसीबी को अपने मसले खुद सुलझाने चाहिए न कि उन्हें आईसीसी के पास ले जाना चाहिए। बीसीसीआई तो पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना चाहती है लेकिन कुछ मुद्दे हैं और इसलिए बीसीसीआई को पाकिस्तान जाकर क्रिकेट खेलने के लिए सरकार की अनुमति चाहिए।'भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी आईसीसी टूर्नामेंट या एशियाई क्रिकेट काउंसिल के टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से कभी इनकार नहीं किया है इसलिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को पैसा देने का कोई सवाल नहीं उठता है।'