शिक्षा के जरिये ही आ सकता है सुधार
नस्लीय टिप्पणी की घटना सामने आने के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भी भारतीय खिलाड़ियों से इस व्यवहार के लिये माफी मांगी है। इस बारे में बात करते हुए लैंगर (Justin Langer) ने कहा कि मुझे लगता है कि ऐसी घटनाओं में तभी सुधार आ सकता है जब वो इसको लेकर शिक्षित किये जायेंगे।
उन्होंने कहा,'पिछले कुछ समय में मैंने ऑस्ट्रेलिया के इतिहास को लेकर कुछ किताबें पढ़ी और इसमें बनी कई तस्वीरें देखी। यह पढ़ने के बाद दुख हुआ कि हमारा इतिहास ही नस्लवाद से भरा रहा है और शिक्षित होने के बावजूद हम लोग इस चीज से उबर नहीं पा रहे हैं। जब आप अपने इतिहास को पढ़ते हैं तो आपको पता चलता है कि आखिरकार नस्लवाद इतना पीड़ादायक क्यों है। मेरे लिये यह घटना हताशा भरी और निराशाजनक है। मुझे इस बात से नफरत है कि लोग पैसे खर्च कर स्टेडियम में मैच का लुत्फ उठाने आते हैं और सोचते हैं कि वो गालियों या फिर ऐसी आपत्तिजनक बातों का इस्तेमाल कर सकते हैं। मैं एक खिलाड़ी के रूप में इससे नफरत करता था और कोच के रूप में आज भी नफरत करता हूं। दुनिया के अन्य भाग में इस तरह की घटनायें अक्सर सामने आती रहती हैं लेकिन जब ऐसा कुछ अपने देश में होता है तो दुख होता है।'
लगातार 2 दिन से हो रही है भारतीय खिलाड़ियों से बदतमीजी
गौरतलब है कि सिडनी में खेले जा रहे इस मैच में शनिवार को भी कुछ लोगों ने मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह के खिलाफ गालियों और नस्लीय टिप्पणियों का इस्तेमाल किया था जिसके बाद भारतीय टीम ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई। हालांकि रविवार को जब यह घटना दोबारा हुई तो खिलाड़ियों ने तुरंत ही अंपायर से इसकी शिकायत की। वहीं आईसीसी ने भी इस घटना को लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से रिपोर्ट मांगी है।
टिम पेन के मुरीद हुए लैंगर
वहीं लैंगर (Justin Langer) ने इस विवाद के दौरान ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन की ओर से खेल भावना दिखाने को लेकर तारीफ की और कहा कि यह एक अच्छा व्यवहार था।
उन्होंने कहा,' जब यह घटना घटी तो यह देखकर अच्छा लगा कि टिम पेन भारतीय खिलाड़ियों के पास पहुंचे। यह प्रतिस्पर्धात्मक खेल है लेकिन यह व्यवहार दर्शाता है कि दोनों टीमों का एक दूसरे के प्रति कितना सम्मान है। उम्मीद है कि यह आगे भी बनी रहेंगी।'